मिरर मीडिया : पीएम किसान योजना भी फर्जीवाड़े का शिकार हो गई हैं। दरअसल पीएम किसान योजना के तहत42 लाख ऐसे किसान को रूपये चलें गए जो इनके पात्र यानि लेने के हक़दार नहीं थे इसी को देखते हुए सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है। पीएम-किसान योजना के तहत 42 लाख से अधिक अपात्र किसानों से 3000 करोड़ रुपये की वसूली की जा रही है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार पीएम-किसान योजना के तहत, केंद्र देश भर के किसानों को हर साल तीन समान किस्तों में 6,000 रुपये ट्रांसफर किए जाते हैं हालांकि, इस योजना का लाभ लेने वालों के लिए कुछ मानकों को पूरा करना जरूरी होता है, जैसे वह इनकम टैक्स पेयर नहीं होना चाहिए। लेकिन कई अपात्र किसान इस योजना का फायदा ले रहे हैं।
पीएम-किसान का पैसा पाने वाले ऐसे अपात्र किसानों की अधिकतम संख्या असम में थी। असम में 8.35 लाख अपात्र किसानों ने इसका फायदा लिया है। उसके बाद तमिलनाडु में 7.22 लाख किसानों ने, पंजाब में 5.62 लाख किसानों ने, महाराष्ट्र में 4.45 लाख किसानों ने, उत्तर प्रदेश में 2.65 लाख किसानों ने और गुजरात में 2.36 लाख किसानों ने फायदा लिया है।
पीएम किसान योजना की सत्यापन की प्रक्रिया के दौरान यह पाया गया कि इस योजना का लाभ कुछ अपात्र किसानों को भी दिया जा रहा है, जिसमें कुछ आयकर दाता किसान भी शामिल थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से इस योजना को लेकर कुछ खास उपाय किए गए हैं, जिससे कि इस फंड का गलत इस्तेमाल न किया जा सके। सरकार का मुख्य उद्देश्य यह है कि इस योजना का फायदा वास्तविक किसानों को मिलना चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने इस योजना के अपात्र किसानों को पैसे की वसूली करने के लिए नोटिस भी भेजा है।