हजारीबाग : जिले के केरेडारी प्रखंड के कंडाबेर गांव में एक अवैध कोयला खदान में फंसे तीन मजदूरों के शव 13 दिन की अथक मेहनत के बाद सोमवार रात करीब 8 बजे बरामद किए गए। ये मजदूर खावा नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण खदान में फंस गए थे।
प्रशासन और एनडीआरएफ की शुरुआती कोशिशें असफल रहीं, जिससे स्थानीय ग्रामीणों ने स्वयं राहत और बचाव कार्य की कमान संभाली। गांव के लोगों ने दिन-रात मेहनत कर 130 फीट गहराई में फंसे मजदूरों को बाहर निकाला।
मृतकों की पहचान प्रमोद साव, उमेश कुमार और नौशाद आलम के रूप में हुई है। तीनों शवों को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, हजारीबाग में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है और मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
ग्रामीणों ने प्रशासन की निष्क्रियता पर कड़ी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि अगर समय पर प्रभावी कार्रवाई होती, तो शायद मजदूरों की जान बचाई जा सकती थी। परिजनों ने सरकार से मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।