मिरर मीडिया : रेपो रेट में 0.35% की बढ़ोतरी हो गई है इसी के साथ रेपो रेट अब 6.25% हुआ। आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तीन दिन से चल रही मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक आज खत्म होने के बाद रेपो रेट में 35 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की घोषणा की है। वहीं अब इसी के साथ रेपो रेट महंगा होने का असर ब्याज दर पर पड़ेगा और आपकी ईएमआई भी बढ़ जाएगी।
रेपो रेट बढ़ने का सीधा असर बैंकों की तरफ से ग्राहकों को दिये जाने वाले लोन पर पड़ेगा। इससे कॉस्ट ऑफ बोरोइंग यानी उधारी की लागत बढ़ जाएगा। बैंकों को पैसा महंगा मिलेगा तो लोन की ब्याज दर में भी बढ़ोतरी होगी। बैंक इसका असर ग्राहकों पर डालेंगे। मंगलवार को वर्ल्ड बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है।
गौरतलब है कि रेपो रेट वह दर है जिस पर किसी भी बैंक को RBI की तरफ से कर्ज दिया जाता है। बैंक इसी के आधार पर ग्राहकों को कर्ज देते हैं। इसके अलावा रिवर्स रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंकों की ओर से जमा राशि पर RBI उन्हें ब्याज देती है। आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने पर बैंकों के ऊपर बोझ बढ़ता है और इसकी भरपाई ब्याज दर बढ़ाकर बैंक ग्राहकों से करते हैं।