प्रयागराज। महाकुंभ पर्व का आज 11वां दिन है और संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। लाखों कल्पवासी और श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। 13 जनवरी से अब तक 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम स्नान कर चुके हैं और यह संख्या आगामी दिनों में और बढ़ने की संभावना है। खासकर मौनी अमावस्या के दिन, जब दूसरे अमृत स्नान का आयोजन होगा, तब 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम स्नान करने की उम्मीद जताई जा रही है।
महाकुंभ में केवल भारतीय ही नहीं, बल्कि बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालु भी भाग ले रहे हैं। अब तक 20 से अधिक देशों के 10,000 से अधिक श्रद्धालु आस्था में लीन होकर संगम स्नान कर चुके हैं। विदेशी साधु-संतों के शिविरों और अखाड़ों में भी ध्यान और साधना का माहौल देखने को मिल रहा है। महाकुंभ का यह भव्य आयोजन सनातन संस्कृति की आस्था और भक्ति को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिला रहा है।
बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी कैबिनेट मीटिंग के बाद संगम तट पर विधिवत पूजा-अर्चना की और मंत्रियों के साथ संगम में डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री ने गंगा जल लेकर मां गंगा का आशीर्वाद लिया और गंगा आरती की। हालांकि, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कैबिनेट बैठक को लेकर सवाल खड़े किए हैं, जबकि उन्हीं की पार्टी की विधायक पूजा पाल ने महाकुंभ की तैयारियों की सराहना करते हुए इसे आस्था से जुड़ा मामला बताया है।
महाकुंभ में भव्य आयोजन और प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच श्रद्धालु आध्यात्मिक माहौल का आनंद ले रहे हैं। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए प्रशासन सुरक्षा और सुविधा के व्यापक इंतजाम कर रहा है ताकि भक्त बिना किसी असुविधा के अपने धार्मिक अनुष्ठान पूरे कर सकें।