डिजिटल डेस्क। कोलकाता : पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के लिए बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) नियुक्त किए गए 143 शिक्षकों ने अपना दायित्व नहीं संभाला है। इन सभी को 30 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे तक कार्यभार संभालने की समय सीमा दी गई थी। चुनाव आयोग ने इसे निर्देशों का उल्लंघन मानते हुए सख्त रुख अपनाया है।
चुनाव आयोग ने इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) मनोज कुमार अग्रवाल से रिपोर्ट मांगी है। सीईओ कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि अगर सरकारी अधिकारी बीएलओ का दायित्व नहीं संभालते हैं, तो एसआइआर की प्रक्रिया बुरी तरह प्रभावित होगी। अधिकारी ने कहा कि जिन लोगों ने कार्यभार नहीं संभाला है, उनके निलंबन पर विचार किया जा रहा है।
- कूचबिहार, मुर्शिदाबाद और कोलकाता उत्तर के कई शिक्षकों ने कारण बताओ नोटिस जारी होने के बाद भी बीएलओ के तौर पर कार्यभार नहीं संभाला।
- इन शिक्षकों ने अनिवार्य प्रशिक्षण सत्रों में भी हिस्सा नहीं लिया।
- संबंधित जिला प्रशासन को ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
बंगाल में 80,000 से अधिक बूथों पर बीएलओ की नियुक्ति की गई है। इस बीच, आयोग ने एसआइआर को लेकर पारदर्शिता बनाए रखने और लोगों की शंकाएं दूर करने के लिए मतदाता हेल्पलाइन नंबर ‘1950’ भी शुरू किया है।


 
			 
			 
                                 
                             