संवाददाता, धनबाद: गोविंदपुर के कंगालो मौजा में झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे करीब 150 गरीब और भूमिहीन परिवारों ने प्रशासन से भू-माफिया के आतंक से सुरक्षा और बेदखली से बचाने की गुहार लगाई है। इन लोगों का कहना है कि वे बीते 65 वर्षों से इस जमीन पर रह रहे हैं और सरकार से उन्हें आवास, आंगनबाड़ी केंद्र, चापाकल, शौचालय, पीसीसी सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी मिली हैं।
हालांकि अब एक भू-माफिया इन परिवारों को वहां से हटने की धमकी दे रहा है। इस पर ग्रामीणों ने जनता दरबार में अपर समाहर्ता विनोद कुमार से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की। उन्होंने बताया कि वे सभी आदिवासी और पिछड़ी जाति के लोग हैं, जो बेहद गरीब हैं और उनके पास अन्य कोई जमीन नहीं है। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए अपर समाहर्ता ने गोविंदपुर अंचलाधिकारी को मामले की जांच कर तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया है।
इसी दरबार में कोलाकुसमा कोड़ाडीह से आए एक बुजुर्ग ने आरोप लगाया कि उनके संबंधियों ने उनकी जमीन हड़पने की साजिश रचते हुए सरायढेला थाना में झूठी प्राथमिकी दर्ज कराई है। वहीं तेतुलमारी की दो बुजुर्ग महिलाओं ने बताया कि उनकी कीमती जमीन हथियाने के लिए चार दबंगों ने बिना पैसा दिए धोखे से एग्रीमेंट करवा लिया है और अब कागजातों पर जबरन हस्ताक्षर करवाने की कोशिश कर रहे हैं।
जनता दरबार में आदिवासी जमीन पर अवैध कब्जा, म्यूटेशन विवाद, पारिवारिक झगड़े, स्कूलों की फीस में मनमानी बढ़ोतरी, और सीएनटी एक्ट की जमीन को रैयती बताकर बेचने जैसी कई गंभीर शिकायतें सामने आईं, जिन पर प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया है।