वंदे मातरम के 150 साल: पीएम मोदी ने जारी किया स्मारक डाक टिकट और सिक्का, बोले— यह गीत भारत की आत्मा की आवाज़ है

KK Sagar
2 Min Read

भारत के राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित विशेष कार्यक्रम में स्मारक डाक टिकट और स्मारक सिक्का जारी किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि “वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा की अभिव्यक्ति है, जिसने आज़ादी की लड़ाई में देश को एकजुट किया।”

📜 ‘वंदे मातरम’ के 150 साल पूरे

‘वंदे मातरम’ की रचना 7 नवंबर 1875 को बंगाल के महान साहित्यकार बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने की थी। 7 नवंबर 2025 को इसके 150 वर्ष पूरे हो गए हैं। इसी उपलक्ष्य में सरकार ने वर्षभर चलने वाले “वंदे मातरम @150” समारोहों की शुरुआत की है, जो 7 नवंबर 2026 तक देशभर में आयोजित किए जाएंगे।

🎉 कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण

पीएम मोदी ने ‘वंदे मातरम 150 वर्ष’ के प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया।

इस मौके पर जारी ₹150 मूल्य का स्मारक सिक्का और विशेष डाक टिकट देश की सांस्कृतिक विरासत को समर्पित हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, “यह गीत भारत के हर नागरिक में देशभक्ति और एकता की भावना जगाता है। आज हमें वही ऊर्जा नए भारत के निर्माण में लगानी है।”

कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति मंत्री सहित कई गणमान्य व्यक्ति, कलाकार, विद्यार्थी और स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन मौजूद थे।

📚 ‘वंदे मातरम’ का ऐतिहासिक महत्व

वंदे मातरम सबसे पहले 1882 में उपन्यास ‘आनंदमठ’ में प्रकाशित हुआ था।

आज़ादी की लड़ाई के दौरान यह गीत देशभक्तों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना और राष्ट्रीय आंदोलन का नारा बन गया।

24 जनवरी 1950 को संविधान सभा ने वंदे मातरम को राष्ट्रीय गीत का दर्जा दिया।

🎯 वर्षभर चलने वाला उत्सव

सरकार ने घोषणा की है कि “वंदे मातरम @150” वर्ष के तहत देशभर के स्कूलों, विश्वविद्यालयों और सांस्कृतिक संस्थानों में विशेष कार्यक्रम, प्रदर्शनी, कवि सम्मेलन, संगीत समारोह और निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, ताकि नई पीढ़ी इस गीत के ऐतिहासिक और भावनात्मक महत्व को समझ सके।

Share This Article
उत्कृष्ट, निष्पक्ष, पारदर्शिता और ईमानदारी - पत्रकारिता की पहचान है k k sagar....✍️....