छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन अंजाम दिया है। डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की संयुक्त कार्रवाई में 31 नक्सली मारे गए हैं। इस दौरान हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए, जबकि दो अन्य घायल बताए जा रहे हैं।
घंटों चली मुठभेड़, 31 नक्सलियों के शव बरामद
यह मुठभेड़ बीजापुर-नारायणपुर सीमा के जंगलों में हुई, जहां सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को घेर लिया। दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई, जिसमें बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए। बस्तर रेंज के आईजी पी. सुंदरराज के अनुसार, अब तक 31 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं और यह संख्या बढ़ भी सकती है। घटनास्थल से अत्याधुनिक हथियार भी जब्त किए गए हैं।

नक्सलवाद के खात्मे की मुहिम तेज
केंद्र सरकार पहले ही 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य तय कर चुकी है। पिछले कुछ महीनों में छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जिसमें अब तक दर्जनों नक्सली मारे जा चुके हैं।
छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर भी हुआ था बड़ा ऑपरेशन
कुछ दिनों पहले ही छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमा पर एक और बड़ा एनकाउंटर हुआ था, जिसमें 16 नक्सली मारे गए थे। इस ऑपरेशन में 90 लाख रुपए का इनामी नक्सली चलपति भी ढेर किया गया था।
बस्तर पुलिस ने बताया कि यह मुठभेड़ राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के जंगलों में हुई। रविवार सुबह सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को चारों ओर से घेर लिया और कई घंटों तक भारी गोलीबारी हुई। शुरुआत में 12 नक्सलियों के मारे जाने की सूचना मिली थी, लेकिन तलाशी अभियान में यह संख्या बढ़कर 31 तक पहुंच गई।
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही इस निर्णायक जंग में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है, जिससे इलाके में शांति बहाल करने की उम्मीद बढ़ी है।