प्रयागराज: 45 दिनों से जारी महाकुंभ मेला आज महाशिवरात्रि के पावन स्नान के साथ संपन्न हो गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू सुखोई विमानों ने श्रद्धालुओं को ‘महा सलामी’ दी और समापन समारोह को भव्य बना दिया। इस दौरान संगम तट से विदा लेते समय श्रद्धालु भावुक नजर आए।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस बार महाकुंभ में लगभग 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और यमुना के संगम में पुण्य स्नान किया। अकेले महाशिवरात्रि के दिन शाम 4 बजे तक 1.32 करोड़ श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके थे, जबकि लाखों लोग स्नान के लिए आगे बढ़ रहे थे।
120 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा
महाकुंभ मेले के समापन के मौके पर श्रद्धालुओं पर 120 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा कर माहौल को भक्तिमय बना दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर सभी सनातन धर्म अनुयायियों को बधाई दी और सफल आयोजन के लिए संतों एवं श्रद्धालुओं का आभार प्रकट किया।
विदेशों से भी पहुंचे श्रद्धालु
इस महाकुंभ में नेपाल, भूटान, अमेरिका, इंग्लैंड और जापान समेत 50 से अधिक देशों से श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे। वहीं, 20 लाख से अधिक कल्पवासियों ने पौष पूर्णिमा से लेकर मौनी अमावस्या तक संगम की रेती पर रहकर भजन-कीर्तन, ध्यान और धार्मिक अनुष्ठानों में समय बिताया।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम, बिना किसी बड़ी घटना के संपन्न हुआ महाकुंभ
महाकुंभ में लाखों लोगों की भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए। राज्य के तेजतर्रार IAS, IPS, PCS और PPS अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया गया था। इसके अलावा, श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए स्पेशल ट्रेनों और बसों का संचालन किया गया, जिससे मेला सुचारू रूप से संपन्न हो सका।
महाकुंभ के समापन के साथ ही संगम की रेती से संतों और श्रद्धालुओं की विदाई शुरू हो गई है। आस्था और भक्ति के इस महासंगम ने एक बार फिर सनातन परंपराओं की गौरवमयी झलक प्रस्तुत की।