मिरर मीडिया : साध्वियों से यौन शोषण के मामले में 20 साल कैद की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम की मुसीबतें और बढ़ गई हैं। हरियाणा के बहुचर्चित और 19 साल पुराने रणजीत सिंह हत्याकांड में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम समेत 5 लोगों को दोषी करार दिया गया है। पंचकूला में CBI की विशेष अदालत ने करीब ढाई घंटे बहस के बाद आरोपियों को दोषी करार दिया। वहीँ अब सजा का ऐलान 12 अक्टूबर को होगा।
दोषियों में गुरमीत राम रहीम, तत्कालीन डेरा प्रबंधक कृष्ण लाल, अवतार, जसबीर और सबदिल शामिल हैं। राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। राम रहीम को इससे पहले सीबीआई जज रहे जगदीप सिंह ने सजा सुनाई थी। जगदीप का इसी साल ट्रांसफर हो गया था। उनकी जगह चंडीगढ़ में सीबीआई जज रहे डॉ. सुशील गर्ग को पंचकूला सीबीआई विशेष अदालत में नियुक्त किया गया है।
गौरतलब है कि, डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह और चार अन्य आरोपियों को 2002 में हुई रंजीत सिंह की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया है। रणजीत सिंह डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के समर्थक थे और 10 जुलाई 2002 को उनकी हत्या कर दी गई थी। सीबीआई ने 3 दिसंबर 2003 को रणजीत सिंह हत्या मामले में एफआईआर दर्ज की थी।
पुलिस जांच से असंतुष्ट रणजीत के पिता ने जनवरी 2003 में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच की मांग की थी। सीबीआई ने मामले की जांच करते हुए आरोपियों पर केस दर्ज किया था। 2007 में कोर्ट ने आरोपियों पर चार्ज फ्रेम किए थे।