धनबाद : आज अलेप्पी एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 13351) से बाल श्रम के उद्देश्य से नाबालिग बच्चों को ले जाए जाने की गुप्त सूचना पर धनबाद रेलवे सुरक्षा बल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 8 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया और तीन बाल तस्करों को गिरफ्तार किया।
सूचना की पुष्टि हेतु एक विशेष टीम गठित की गई। धनबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 6/7 पर तैनात महिला बल सदस्य ने CCTV कैमरों की निगरानी के दौरान 15-20 लड़कियों के समूह को संदिग्ध अवस्था में देखा, जिनमें कुछ नाबालिग प्रतीत हो रही थीं। टीम द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच की गई।

जांच में पता चला कि समूह की 17 लड़कियों में से 8 नाबालिग हैं। इन सभी का आधार सत्यापन धनबाद स्थित SSLNT के पास आधार सेवा केंद्र में कराया गया, जिसमें पाया गया कि 7 लड़कियों की उम्र 18 वर्ष से कम है, जबकि उनके आधार कार्ड में जानबूझकर अधिक उम्र दर्ज की गई थी। एक लड़की के आधार कार्ड पर किसी और का नाम पाया गया।
इन 8 लड़कियों में से 7 झारखंड के गिरिडीह जिले की और 1 उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले की पाई गई। पूछताछ में सामने आया कि सभी को तिरुप्पुर, तमिलनाडु ले जाया जा रहा था, जहां S.P. Apparels Ltd. में नौकरी दिलाने की योजना थी। सभी के पास यात्रा टिकट भी बरामद हुए।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार की गई:
- सुमित कुमार (उम्र 23 वर्ष), निवासी – समस्तीपुर, बिहार
- बेबी देवी (उम्र 36 वर्ष), निवासी – चंद्रपुरा, बोकारो, झारखंड
- अंजनी कुमारी (उम्र 24 वर्ष), निवासी – तोपचांची, धनबाद
प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि लड़कियों को JSDMS के अंतर्गत विजनरी नॉलेज एंड मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड, चंद्रपुरा से तीन माह की सिलाई प्रशिक्षण दिलवाया गया था।
इस मामले में शाहिना इस्लाम द्वारा लिखित शिकायत पर थाना में कांड संख्या 34/25 दिनांक 09/05/25 के अंतर्गत संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया। मामले की जांच सहायक उप निरीक्षक राम नंदन सिंह कर रहे हैं।
बचाई गई सभी 8 नाबालिग लड़कियों को चाइल्ड हेल्प डेस्क, धनबाद को सौंपा गया, जबकि 18 वर्ष से अधिक उम्र की 9 महिलाओं को NGO सेंटर मैनेजर सुजीत कुमार मिश्रा और ट्रेनिंग ट्रेनर संध्या रानी को उचित दिशा-निर्देशों के साथ सुपुर्द किया गया।