जमशेदपुर : उप विकास आयुक्त प्रदीप प्रसाद की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति व स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक में फ्रंटलाइन वर्कर के प्रीकॉशन डोज लेने में 42% तथा हेल्थ केयर वर्कर 58% की उपलब्धि पर उप विकास आयुक्त ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए इसमें शत प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि सभी एमओआईसी कार्ययोजना बनाते हुए कार्य करें, वैसे एफएलडब्ल्यू, एच्सीडब्ल्यू को चिन्हित कर जिला के वरीय पदाधिकारी को सूचित करें, जो वैक्सीन लेने में आनाकानी कर रहे हैं। उन्होने स्पष्ट कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं, ऐसे में फ्रंटलाइन व हेल्थ केयर वर्कर जल्द से जल्द प्रीकॉशन डोज लेना सुनिश्चित करेंगे। उन्होने जिलेवासियों से भी अपील करते हुए कहा कि वैसे नागरिक जिन्होने दूसरा डोज नहीं लिया है, वे जल्द अपने नजदीकी केन्द्र पर जाकर वैक्सीनेशन करायें, 60+ के मात्र 23 फीसदी लोगों ने प्रीकॉशन डोज लिया है, इनसे भी जल्द वैक्सीनेशन कराने की अपील की गई।
एएनसी तथा संस्थागत प्रसव में जिले की उपलब्धि 86% होने पर सिविल सर्जन ने कहा कि अपेक्षाकृत यह उपलब्धि काफी कम है। उन्होने शत प्रतिशत लोगों का संस्थागत प्रसव हो सके इसके लिए सभी एमओआईसी को ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका, एएनएम, सहिया साथी आदि के माध्यम से जागरूकता लाने के निर्देश दिए। सिविल सर्जन ने कहा कि जच्चा बच्चा दोनों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि संस्थागत प्रसव ही हो।
बैठक में इम्युनाईजेशन, परिवार नियोजन, कुपोषित बच्चों का एमटीसी में उपचार आदि बिदुओं पर भी समीक्षा की गई। घाटशिला एमटीसी में विगत तीन माह(अप्रैल, मई, जून) में 55 बच्चे, मुसाबनी एमटीसी में 17, पोटका एमटीसी में 38 तथा पी.के.एस टेल्को में 87 कुपोषित बच्चों का सफलतापूर्वक उपचार करते हुए डिस्चार्ज किया गया। एसीएमओ द्वारा जानकारी दी गई कि कुपोषण उपचार केन्द्रों (एम.टी.सी) में कुपोषित बच्चों के अटेन्डर (मां) को आयुष्मान भारत योजना से अतिरिक्त पोषक आहार उपलब्ध कराया जाना है जिसमें घाटशिला व मुसाबनी के द्वारा शुरू कर दिया गया है, अन्य दो सेंटर में भी जल्द शुरू हो जाएगा। आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत इस वर्ष 05 जुलाई तक 8977 मरीजों को चिकित्सा का लाभ मिला। यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम पदाधिकारी ने जानकारी दी कि नये यक्ष्मा रोगियों की संख्या 417 है वहीं 296 रोगमुक्त हुए हैं। धनात्मक रोगियों की संख्या 120 है तथा 997 लोगों का बलगम जांच जून माह में किया गया।