डिजिटल डेस्क/रांची : लातेहार जिले में उग्रवादी संगठन झारखंड जन्म मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) का पूरी तरह से सफाया हो गया है। सोमवार को संगठन के 9 प्रमुख उग्रवादियों ने पुलिस के समक्ष भारी मात्रा में हथियार और गोलियों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने इसे झारखंड में नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी ऐतिहासिक सफलता बताया है।
आत्मसमर्पण करने वालों में शीर्ष कमांडर शामिल
आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों में सब-जोनल कमांडर और एरिया कमांडर स्तर के उग्रवादी शामिल हैं। इन सभी पर झारखंड सरकार द्वारा लाखों रुपए का इनाम घोषित था, जो कुल मिलाकर 23 लाख रुपए है। पुलिस के अनुसार, इस दल ने झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति ‘नई दिशा’ से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है।
बड़ी संख्या में हथियार बरामद
आत्मसमर्पण के दौरान उग्रवादियों ने पुलिस को भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी सौंपे हैं। इनमें अत्याधुनिक एके-47 राइफलें भी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि कुल 12 हथियार, 1782 गोलियां और 26 मैगजीन बरामद की गई हैं।
इस महत्वपूर्ण घटना के बाद प्रेस वार्ता में शामिल होने के लिए कई वरीय पुलिस अधिकारी लातेहार पहुंचे। पुलिस का दावा है कि इस आत्मसमर्पण के बाद लातेहार जिला जेजेएमपी मुक्त हो गया है।