डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : जिला स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू, मलेरिया और जापानी इंसेफ्लाइटिस जैसी मच्छरजनित बीमारियों से निपटने के लिए कमर कस ली है। इन बीमारियों की रोकथाम के लिए व्यापक अभियान चलाए जा रहे हैं।
सघन लार्वा जांच और दवा छिड़काव
जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. मित्रा ने बताया कि डेंगू सर्च अभियान के लिए 13 स्वास्थ्य कर्मियों और 14 दैनिक कर्मचारियों की एक विशेष टीम बनाई गई है। यह टीम घर-घर जाकर मच्छरों के लार्वा की जांच कर रही है और एंटी-लार्वा दवाओं का छिड़काव भी कर रही है। इसके अलावा, फॉगिंग अभियान के लिए जुस्को, जेएनएसी और एमएनएसी का सहयोग लिया जाएगा।
अस्पतालों को निर्देश और जागरूकता अभियान
मई में चलाए गए जागरूकता अभियान के बाद अब सभी अस्पतालों और नर्सिंग होम को यह निर्देश दिया गया है कि वे मच्छरजनित बीमारियों के मरीजों की जानकारी तत्काल जिला सर्विलांस विभाग को दें। सिविल सर्जन ने प्रचार-प्रसार तेज करने और हॉटस्पॉट इलाकों में विशेष सफाई अभियान चलाने के निर्देश भी दिए हैं।
पिछले वर्षों में डेंगू के मामले
डेंगू के मामलों पर नज़र डालें तो पिछले कुछ वर्षों में इनकी संख्या में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।
2021: 178 जांचों में से 44 पॉजिटिव
2022: 66 जांचों में से 33 पॉजिटिव
2023: 13907 जांचों में से 1476 पॉजिटिव
2024: 6865 जांचों में से 443 पॉजिटिव
2025 (अभी तक): 23 जांचों में से 5 पॉजिटिव
जापानी इंसेफ्लाइटिस की स्थिति
वर्ष 2021 से 2024 तक जापानी बुखार के कुल 58 मरीज मिले थे, जबकि 2025 में अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया है, जो एक सकारात्मक संकेत है। स्वास्थ्य विभाग इन प्रयासों के माध्यम से मानसून के दौरान होने वाली मच्छरजनित बीमारियों के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए प्रतिबद्ध है।