उपायुक्त ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां उपस्थित सभी के साथ की साझा।
15 जुलाई 2025 तक 3000 आपदा मित्र(मास्टर ट्रेनर) किए जाएंगे तैयार, आपदा मित्रों द्वारा 2 लाख लोगों दिया जाएगा प्रशिक्षण।
रामगढ़। : प्रशिक्षण के पांचवें दिन गुरुवार को उपायुक्त रामगढ़ फैज अक अहमद मुमताज ने टाउन हॉल रामगढ़ में उपस्थित सभी मास्टर ट्रेनरों को सीपीआर सहित अन्य स्वास्थ्य संबंधित आकस्मिक परिस्थितियों में कार्य करने को लेकर प्रशिक्षण दिया। उपायुक्त ने प्रशिक्षण के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां मास्टर ट्रेनरों के साथ साझा की। मौके पर उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल, सिविल सर्जन रामगढ़ डॉ महालक्ष्मी प्रसाद सहित अन्य उपस्थित रहे। जिला प्रशासन रामगढ़ द्वारा 15 जुलाई 2025 तक 3000 आम जनों, विद्यार्थियों, आंगनबाड़ी सेविकाओं आदि को प्रशिक्षण देकर आपदा मित्र एवं मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जाएगा जिनके द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में आम जनों को आकस्मिक परिस्थितियों में सीपीआर एवं फर्स्ट एड देने हेतु प्रशिक्षण दिया जाएगा।
संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि मुझे यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है, कि आप सभी” आपदा मित्र” के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहें है, विशेष रूप से चिकित्सा उपचार के क्षेत्र में। यह पहल न केवल हमारी आपदा प्रबंधन क्षमताओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह समाज में जागरूक, सशक्त और संवेदनशील नागरिकों के निर्माण का भी प्रतीक है।
प्राकृतिक या मानव-जनित आपदायें अप्रत्याशित होती है, परन्तु यदि हमारे पास प्रशिक्षित स्वयंसेवक हो, तो हम किसी भी संकट का सामना अधिक प्रभावी ढंग से कर सकते है। आप सभी आपदा मित्र आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक उपचार एवं जीवन रक्षक सहायता प्रदान करके अनगिनत जीवन बचाने में सक्षम होंगे।
मैं आशा करता हूँ कि आप इस प्रशिक्षण को गंभीरता से लेंगे, ज्ञान और कौशल को आत्मसात करेंगे और भविष्य में जरूरतमंदो की सेवा में तत्पर रहेंगे।
संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त आशिष अग्रवाल ने सर्वप्रथम उपायुक्त द्वारा की गई इस पहल की सराहना की। उन्होंने सभी को आकस्मिक परिस्थितियों में किए जाने वाले कार्य जो प्रशिक्षण के दौरान बताई जा रही है उन्हें अच्छी तरह सुनने व समझने की अपील की। साथ ही किसी भी प्रकार की दुविधा को प्रशिक्षण के दौरान नहीं दूर कर लेने की अपील की।
प्रशिक्षण के दौरान चिकित्सकों एवं ऑडियो विजुअल कंटेंट के माध्यम से सभी को सीपीआर, चोकिंग, ब्लीडिंग, बर्न, फ्रैक्चर, वज्रपात, डूबना, शॉक, सांप का काटना एवं दुर्घटना जैसी आकस्मिक परिस्थितियों के दौरान किए जाने वाले कार्यों को लेकर विस्तार से जानकारी दी गई साथ ही आकस्मिक परिस्थितियों के दौरान किए जाने वाले कार्यों को लेकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे आपदा मित्र को प्रैक्टिकल भी कराया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले आपदा मित्रों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। गौरतलब होकि 15 जुलाई तक आयोजित प्रशिक्षण के दौरान तैयार 3000 आपदा मित्रों (मास्टर ट्रेनरों) द्वारा पूरे जिले में 2 लाख लोगों को आकस्मिक परिस्थितियों के दौरान सीपीआर एवं फर्स्ट एड देने हेतु प्रशिक्षण दी जाएगी।