शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से धरती पर लौट आए हैं।अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन गुजारने के बाद अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला मंगलवार को सुरक्षित धरती पर लौट आए। उनकी पहली तस्वीर भी अब सामने आ गई है, जिसमें वह ‘स्पेस कैप्सूल’ से मुसकुराते हुए निकलते नजर आए। उनके साथ आईएसएस से लौटने वाले अन्य एस्ट्रोनॉट्स में कमांडर पैगी व्हिट्सन तथा मिशन एक्सपर्ट पोलैंड के स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू भी शामिल हैं। ये सभी एक्सिओम-4 मिशन का हिस्सा थे।

करीब 23 घंटे के सफर के बाद उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट कैलिफोर्निया के तट पर स्प्लैशडाउन किया। स्प्लैशडाउन के बाद शुभांशु शुक्ला को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। वहां डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी करेगी। उनके मेंटल हेल्थ की जांच की जाएगी। उनकी हड्डियों की डेंसिटी टेस्ट की जाएगी, मांसपेशी में कितनी ताकत है, ये भी जांच होगी। उनका हार्टबीट कैसा है, ज्यादा तेजी से घट-बढ़ तो नहीं रहा। उनकी आंखों में कोई दिक्कत तो नहीं, उनकी इम्युनिटी पर कितना असर और उनका न्यूरोलॉजिक स्कैन भी किया जाएगा।
पीएम मोदी ने किया शुभांशु शुक्ला का स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की वापसी पर ट्वीट कर बधाई दी है। उन्होंने लिखा, मैं देश के साथ मिलकर ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन के बाद पृथ्वी पर लौटे हैं। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचने वाले पहले भारतीय के रूप में उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना से एक अरब सपनों को प्रेरणा दी है। यह हमारे मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन – गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है।
कई प्रयोगों में लिया हिस्सा
शुभांशु भारतीय वायुसेना में स्क्वाड्रन कमांडर हैं। 2000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है। शुभांशु ने अपनी इस अंतरिक्ष यात्रा के दौरान 60 से ज्यादा प्रयोगों में हिस्सा लिया है, जिसमें भारत के 7 प्रयोग शामिल हैं। शुभांशु ने अंतरिक्ष में मेथी और मूंग के बीजों को उगाया है। पिछले दिनों उसकी तस्वीरें भी सामने आईं थीं।