मानसून नॉलेज : जानें ऑरेंज अलर्ट का मतलब और इस दौरान बचाव के उपाय

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : झारखंड में इस वक्त मानसून पूरी तरह से सक्रिय है और कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इस गंभीर मौसमी स्थिति को देखते हुए राजधानी रांची व आसपास के जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और मौसम विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनियों का पालन करें।

क्या है ऑरेंज अलर्ट का मतलब?

ऑरेंज अलर्ट भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी की जाने वाली एक गंभीर चेतावनी है। इसका मतलब है कि मौसम की स्थिति काफी खतरनाक होने वाली है और इससे सामान्य जनजीवन, संपत्ति और बुनियादी ढांचे पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। यह दर्शाता है कि लोगों को किसी भी बुरी स्थिति के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है क्योंकि हालात और खराब हो सकते हैं। यह अलर्ट आमतौर पर बहुत भारी बारिश, तेज हवाओं, या अन्य गंभीर मौसमी घटनाओं के लिए जारी किया जाता है।

झारखंड में मानसून की वर्तमान स्थिति

बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण झारखंड में मानसून पूरी तरह से सक्रिय है। यह निम्न दबाव राज्य में भरपूर नमी युक्त हवाएं ला रहा है, जिसके परिणामस्वरूप लगातार बारिश हो रही है। राज्य के कई जिलों में औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिससे जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ गया है। हालांकि, कुछ दक्षिणी जिलों में अभी भी सामान्य से कम बारिश हुई है, जिससे किसानों में चिंता बनी हुई है।

मानसून अलर्ट: क्या करें और क्या न करें

यह करें:

  • बिजली गिरने पर तुरंत घर के अंदर या किसी सुरक्षित स्थान पर जाएं।
  • घर के सभी बिजली के उपकरण बंद कर दें और उन्हें अनप्लग कर दें।
  • खिड़की-दरवाजे बंद रखें।
  • जलजमाव वाले इलाकों से दूर रहें।
  • किसी भी आपात स्थिति के लिए प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर तैयार रखें।

यह न करें:

  • पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे शरण न लें।
  • खुले मैदान में न रहें, खासकर जब बिजली कड़क रही हो।
  • बिजली के तारों से दूर रहें।
  • पानी से भरे गड्ढों या सड़कों पर वाहन चलाने से बचें, क्योंकि गहराई का अंदाज़ा नहीं होता।
  • बाढ़ वाले क्षेत्रों में बचाव दल की अनुमति के बिना प्रवेश न करें।
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