डिजिटल डेस्क। नई दिल्ली : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन की सेहत में मंगलवार को उल्लेखनीय सुधार देखा गया। 81 वर्षीय ‘दिशोम गुरु’ 19 जून से दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती हैं, जहां ब्रेन स्ट्रोक और किडनी की समस्याओं का उनका इलाज चल रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम, जिसमें न्यूरोलॉजिस्ट और नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. ए.के. भल्ला शामिल हैं, उनकी देखभाल कर रही है। अस्पताल के चेयरमैन डॉ. अजय स्वरूप ने बताया कि उनकी स्थिति स्थिर है और 8-10 दिन में वे पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं।

शिबू सोरेन की बीमारी ने झारखंड में हलचल मचा दी है। आदिवासी समुदाय में भगवान की तरह पूजे जाने वाले इस नेता के लिए रजरप्पा के मां छिन्नमस्तिका मंदिर सहित कई स्थानों पर प्रार्थनाएं हो रही हैं। झामुमो कार्यकर्ता विनोद किश्कु ने विशेष पूजा की और रक्षा सूत्र बांधा। पक्ष-विपक्ष के दिग्गज उनके हालचाल लेने दिल्ली पहुंच रहे हैं। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अस्पताल जाकर सोरेन से मुलाकात की और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, भूपेश बघेल, झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, बाबूलाल मरांडी, रवींद्र कुमार पांडेय, चमेली देवी और डॉ. लुईस मरांडी ने भी हालचाल लिया। पूर्व सीएम रघुवर दास ने फोन पर जानकारी ली।
1972 में झामुमो की स्थापना करने वाले सोरेन ने झारखंड अलग राज्य आंदोलन का नेतृत्व किया, जिसके फलस्वरूप 2000 में झारखंड बना। तीन बार (2005, 2008-09, 2009-10) मुख्यमंत्री रहे, वे 38 वर्षों से झामुमो अध्यक्ष और वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं। उनकी बीमारी ने राजनीतिक एकजुटता दिखाई। बीजेपी ने सरकार से नियमित स्वास्थ्य बुलेटिन की मांग की। हेमंत सोरेन दिल्ली में पिता की देखभाल में हैं, जिसके चलते वे हाल के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए। झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। यह खबर सोरेन के सामाजिक और राजनीतिक योगदान को रेखांकित करती है।