बिहार में वोटर लिस्ट से हटे 65 लाख नाम: चुनाव आयोग ने SIR के पहले चरण का डाटा जारी किया

KK Sagar
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पटना, 28 जुलाई 2025 — बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन (SIR – स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) के पहले चरण का कार्य पूरा हो गया है। इस प्रक्रिया के तहत चुनाव आयोग ने बड़ा खुलासा किया है कि राज्य में अब कुल 7.24 करोड़ मतदाता दर्ज हैं, जबकि 65 लाख नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं। आयोग के अनुसार, ये नाम मृतक, विस्थापित और अन्यत्र स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं के हैं।


🔍 क्यों हटाए गए 65 लाख नाम?

22 लाख मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी थी।

36 लाख मतदाता विस्थापित या स्थायी रूप से स्थानांतरित हो गए हैं।

7 लाख मतदाता अन्य स्थानों पर रह रहे हैं या विदेशी पते पर हैं।

यह कदम वोटर लिस्ट को अधिक स्वच्छ, पारदर्शी और अद्यतन बनाने के लिए उठाया गया ताकि चुनावों में फर्जी या डुप्लीकेट वोटिंग को रोका जा सके।


📊 पहले चरण के आंकड़े

24 जून 2025 तक राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या: 7.89 करोड़

रिवीजन के बाद बची मतदाता संख्या: 7.24 करोड़

गणना फॉर्म जमा करने वालों की संख्या: 7.24 करोड़+

कवरेज प्रतिशत: 99.8%


🗳 बीएलओ और बीएलए की अहम भूमिका

एसआईआर प्रक्रिया के दौरान:

77,895 मतदान केंद्रों पर तैनात BLO (Booth Level Officers) और

1.60 लाख से अधिक BLA (Booth Level Agents) ने घर-घर जाकर गणना फॉर्म एकत्र किए।

इस बार BLA की संख्या में 16% वृद्धि दर्ज की गई।


📅 क्या है आगे की प्रक्रिया?

चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि जिन योग्य मतदाताओं के नाम किसी कारणवश छूट गए हैं, उन्हें 1 अगस्त से 1 सितंबर 2025 तक ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने का मौका दिया जाएगा। साथ ही, डुप्लीकेट नामों को हटाकर एक ही स्थान पर पंजीकरण सुनिश्चित किया जाएगा।


🌐 बिहार बना मॉडल, देशभर में लागू होगी योजना

चुनाव आयोग ने बताया कि बिहार में शुरू किया गया यह SIR अभियान अब देशभर में लागू करने की योजना है। इससे देश की मतदाता सूची को साफ और विश्वसनीय बनाने में मदद मिलेगी।


🗨️ चुनाव आयोग का बयान

“एसआईआर का पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा हुआ है। यह बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, सभी 38 जिलों के डीएम, 243 ईआरओ, 2,976 एईआरओ, हजारों BLO-BLA और सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के क्षेत्रीय प्रतिनिधियों की समर्पित भागीदारी के कारण संभव हो सका।”


⚠️ विवाद भी उठा

2003 के बाद यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में नाम हटाए गए हैं, जिससे कुछ राजनीतिक दलों और संगठनों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि इसमें पात्र मतदाताओं के नाम भी हटे हो सकते हैं।


✅ मतदाता क्या करें?

1 अगस्त से ड्राफ्ट लिस्ट की जांच करें।

अगर आपका नाम लिस्ट से हटा है, तो 1 सितंबर से पहले फॉर्म-6 भरकर नाम शामिल करवाएं।

संबंधित BLO से संपर्क करें।

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