आईआरएफ और ईसीआरकेयू की निरंतर मांग लाई रंग, अगस्त में होगा इंटरव्यू
रेलवे के सबसे मेहनतकश और आधार स्तंभ माने जाने वाले ट्रैक मेंटेनर्स के लिए बड़ी राहत और सुनहरा अवसर सामने आया है। ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) और पूर्व मध्य रेल कर्मचारी यूनियन (ईसीआरकेयू) के लंबे संघर्ष और पहल के परिणामस्वरूप ट्रैक मेंटेनर्स को अब अन्य विभागों में स्थानांतरित होने का अवसर फिर से मिला है।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि की जानकारी देते हुए ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री एवं एआईआरएफ के वर्किंग कमिटी सदस्य मो ज़्याऊद्दीन ने बताया कि ट्रैक मेंटेनर्स को अब लेटरल इंडक्शन नीति के तहत रेलवे के अन्य विभागों में समायोजित किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड ने अपने आदेश संख्या – 137/2023, 138/2023 और 41/2024 के माध्यम से इस प्रक्रिया को और अधिक स्पष्ट व सुगम बनाया है।
10% कोटा के तहत विभागीय समायोजन
रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित नीतियों के अनुसार, अब अन्य विभागों में रिक्तियों के 10 प्रतिशत पद ट्रैक मेंटेनर्स के लिए आरक्षित रहेंगे। इसी के तहत वर्ष 2019 में ईसीआरकेयू की अनुशंसा पर महाप्रबंधक हाजीपुर को पत्र लिखा गया था (पत्र संख्या – ईसीआर /एच आर डी/इंजीनियरिंग/ट्रैक मेंटेनर/पीवे/10%, दिनांक – 22.08.2019), जिसके तहत धनबाद मंडल से 48 ट्रैक मेंटेनर्स को अन्य विभागों में समायोजित किया गया था।
अब उसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए मंडल प्रशासन ने एक बार फिर 89 ट्रैक मेंटेनर्स को परिचालन विभाग में प्वाइंट्समैन पद के लिए नामित किया है। इसके लिए अगस्त 2025 में इंटरव्यू की तिथियाँ निर्धारित कर दी गई हैं। यह कदम ट्रैक मेंटेनर्स को विभागीय बदलाव का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।
एआईआरएफ और ईसीआरकेयू की भूमिका सराहनीय
इस बड़ी पहल के लिए एआईआरएफ के जोनल सचिव ओ पी शर्मा, ईसीआरकेयू के मीडिया प्रभारी एन के खवास, केन्द्रीय संगठन मंत्री नेताजी सुभाष, जितेंद्र कुमार साव, बसंत दूबे, आर के सिंह, बी के साव, आई एम सिंह, चंदन शुक्ल, पी के सिन्हा, बी बी सिंह, महेन्द्र प्रसाद महतो, पी के गांगुली, रणधीर प्रसाद, अभय राज सिंह, आर एन चौधरी, अजीत कुमार मंडल, सुनील कुमार सिंह, उमेश सिंह, सी पी पाण्डेय, मंटू सिन्हा, परमेश्वर कुमार, विश्वजीत मुखर्जी, पिंटू नंदन, विकास कुमार, रंजीत यादव, भानु प्रकाश, रूपेश कुमार, अजय तिवारी सहित अनेक यूनियन नेताओं और रेल कर्मचारियों ने खुशी जताई है और इसे कर्मचारियों के अधिकारों की जीत बताया है।
ट्रैक मेंटेनर्स को मिली नई राह
मो ज़्याऊद्दीन ने सभी ट्रैक मेंटेनर्स को बधाई देते हुए कहा कि यह अवसर न केवल उनके करियर को नई दिशा देगा बल्कि रेलवे में कार्यरत कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
यह विभागीय परिवर्तन की प्रक्रिया ना केवल ट्रैक मेंटेनर्स के लिए उम्मीद की किरण है, बल्कि यह एआईआरएफ और ईसीआरकेयू जैसे यूनियनों की प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है, जो वर्षों से रेलकर्मियों के हक़ और सम्मान की लड़ाई लड़ते आ रहे हैं।