आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के शताब्दी वर्ष समारोह के तहत कैंपस ब्यूटीफिकेशन और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की दिशा में एक और अहम कदम उठाते हुए शनिवार को शताब्दी पार्क का उद्घाटन किया गया। इस पार्क का लोकार्पण बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरपर्सन प्रो. प्रेम व्रत ने संस्थान के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा की उपस्थिति में रोज़लाइन हॉस्टल के सामने किया।
छात्रों, शिक्षकों और निवासियों के लिए एक ओपन और फ्रेश स्पेस
यह पार्क विशेष रूप से छात्रों, फैकल्टी और कैंपस रेजिडेंट्स को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। पार्क में बच्चों के खेलने का क्षेत्र, ओपन जिम, बैठने की हरियाली युक्त व्यवस्था, आकर्षक एंट्रेंस गेट, बॉउंड्री वॉल, पोल लाइटिंग और बोलार्ड लाइट्स जैसे कई आधुनिक सुविधाएँ शामिल हैं।
उद्घाटन समारोह में बोलते हुए प्रो. प्रेम व्रत ने कहा, “यह पार्क कैंपस को और ज़्यादा फ्रेंडली, सुंदर और पर्यावरण के अनुकूल बनाएगा। यह एक शानदार पहल है।”
नए प्रोजेक्ट्स से बदल रही है कैंपस की तस्वीर
समारोह के दौरान यह भी जानकारी दी गई कि संस्थान में कई और विकास कार्य चल रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
1500 सीटों वाला नया ऑडिटोरियम और लेक्चर हॉल
पेनमैन ऑडिटोरियम का उन्नयन
एनएलएचसी और लाइब्रेरी ग्राउंड फ्लोर का एयर कंडीशनिंग
बॉयज़ हॉस्टल में आधुनिक किचन इक्विपमेंट
मंदिर के पास नया मार्केट और रेस्टोरेंट
इंडोर स्पोर्ट्स के लिए मल्टीपर्पज़ बिल्डिंग
संस्थान ग्रीन एनर्जी की ओर भी तेज़ी से कदम बढ़ा रहा है। जल्द ही सोलर पैनल लगाने का कार्य शुरू किया जाएगा। डीवीसी (दामोदर वैली कॉर्पोरेशन) ने संस्थान की 20% बिजली ज़रूरतें ग्रीन एनर्जी से पूरी करने पर सहमति दी है।
मूनिडीह कोल माइंस का अविस्मरणीय अनुभव
इसी दिन प्रो. प्रेम व्रत ने बीसीसीएल की मूनिडीह अंडरग्राउंड कोल माइंस का दौरा भी किया। उनके साथ डिप्टी डायरेक्टर प्रो. धीरज कुमार और श्रीमती कुसुम लता भी मौजूद थीं। माइन दौरे का संचालन प्रोजेक्ट ऑफिसर एस.के. पांजा और माइन मैनेजर सनी राव द्वारा किया गया।
प्रो. व्रत को माइन टेक्नोलॉजी और ऑपरेशनल सिस्टम्स की जानकारी दी गई और रोड हैडर जैसी मशीनों का लाइव डेमो दिखाया गया। इस अनुभव को उन्होंने “वन्स इन अ लाइफटाइम” बताया।
“माइनर्स बहुत ही कठिन हालातों में काम करते हैं, फिर भी उनका कमिटमेंट कमाल का है। मैं उनके हौसले और मेहनत को सलाम करता हूं,” – प्रो. प्रेम व्रत
शताब्दी वर्ष में नये संकल्पों के साथ आगे बढ़ता आईआईटी (आईएसएम)
100 वर्षों की ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर चुका आईआईटी (आईएसएम) धनबाद अब शिक्षा, अनुसंधान और समाजसेवा के अपने मिशन को नए रूप में विस्तार देने की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहा है।