जय बाबा! सावन के अंतिम सोमवार पर जमशेदपुर और देवघर में उमड़ी आस्था की लहर

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर/देवघर : सावन का पवित्र महीना, भगवान शिव की आराधना का प्रतीक, अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। आज, सावन के अंतिम सोमवार के अवसर पर, जमशेदपुर और देवघर सहित झारखंड के शिवालयों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। ‘हर हर महादेव’ और ‘बोल बम’ के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठे। सुबह तड़के से ही मंदिरों के कपाट खुलते ही भक्तों की लंबी कतारें लग गईं, जो शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, फूल, धतूरा और भांग अर्पित करने के लिए उत्साहित थे।

जमशेदपुर में भक्ति का उत्साह

जमशेदपुर के प्रमुख शिव मंदिरों, जैसे साकची के भुवनेश्वरी मंदिर, बिष्टुपुर के पहाड़ी मंदिर और मानगो के शिव मंदिर, में सावन के अंतिम सोमवार को भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। भक्तों ने रात से ही मंदिरों के बाहर कतारें बनानी शुरू कर दी थीं। स्थानीय भक्त रमेश कुमार ने कहा, सावन का अंतिम सोमवार विशेष है। बाबा भोलेनाथ की कृपा से हमारी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मंदिर समितियों ने भक्तों के लिए पेयजल, प्रसाद वितरण और भंडारे की व्यवस्था की थी।

देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रद्धालुओं का रेला

झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम, बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, में सावन के अंतिम सोमवार को लाखों कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया। सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर आए कांवड़ियों की कतार मंदिर परिसर से 18 किलोमीटर दूर कुमैठा तक पहुंच गई। मंदिर के तीर्थ पुरोहित पंडित दुर्लभ मिश्र ने बताया ‘आज का दिन गणेश चतुर्थी के संयोग के कारण और भी शुभ है। भक्तों ने बाबा बैद्यनाथ और गणेश जी की पूजा की, जिससे सभी रुके कार्य पूर्ण होंगे।’ अनुमान है कि साढ़े तीन लाख से अधिक श्रद्धालु आज जलाभिषेक के लिए पहुंचे।

दुर्लभ संयोग ने बढ़ाया उत्साह

इस साल सावन में आठ सोमवार का दुर्लभ संयोग रहा, जिसने भक्तों के उत्साह को दोगुना कर दिया। अंतिम सोमवार को यह उत्साह चरम पर था। भक्तों ने उपवास रखकर और रुद्राभिषेक जैसे अनुष्ठानों के माध्यम से भगवान शिव से सुख-समृद्धि की कामना की।

सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम

भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए, जमशेदपुर और देवघर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। देवघर के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने रूट लाइन और कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया। मंदिर परिसर में अतिरिक्त दंडाधिकारी, पुलिसकर्मी और स्वयंसेवकों की तैनाती की गई थी। जमशेदपुर में भी पुलिस और मंदिर समितियों ने बैरिकेडिंग, पेयजल और चिकित्सा सुविधाओं का प्रबंध किया। महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष कतारें बनाई गईं ताकि उन्हें असुविधा न हो।

सावन की महिमा और भविष्य का इंतजार

सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है, और इसके सोमवारों का विशेष महत्व है। मान्यता है कि सावन में शिव पूजा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। जमशेदपुर और देवघर में भक्तों ने इस अंतिम सोमवार को भक्ति के साथ विदाई दी, और अब अगले सावन का बेसब्री से इंतजार रहेगा। मंदिरों में भजन-कीर्तन और ‘बोल बम’ के जयकारों ने पूरे वातावरण को शिवमय कर दिया। सावन की समाप्ति के साथ झारखंड के शिवालयों में भक्ति का यह उत्सव रक्षाबंधन के साथ 9 अगस्त को सम्पन्न होगा।

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