गुमला: झारखंड के गुमला जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली है। बीती रात कामडारा थाना क्षेत्र के पारही चंगाबाड़ी के जंगलों में चली मुठभेड़ में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के शीर्ष कमांडर मार्टिन केरकेट्टा को मार गिराया गया। मार्टिन पर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित था और वह लंबे समय से झारखंड पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मार्टिन अपने 8-10 साथियों के साथ किसी बड़ी घटना की साजिश रच रहा था। खुफिया सूचना के आधार पर पुलिस ने विशेष टीम का गठन कर जंगलों में सर्च ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन के दौरान उग्रवादियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला। करीब एक घंटे चली मुठभेड़ के बाद उग्रवादी भाग निकले, लेकिन सर्च अभियान के दौरान मार्टिन का शव बरामद किया गया।
हथियारों का जखीरा भी बरामद
घटनास्थल से पुलिस ने हथियार और अन्य सामग्री भी बरामद की है। वहीं, यह भी खबर है कि मुठभेड़ में 2-3 अन्य उग्रवादियों को गोली लगी है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है।
पीएलएफआई को लगा तगड़ा झटका
बताया जा रहा है कि मार्टिन केरकेट्टा, पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद संगठन की कमान संभाल रहा था। दोनों ने एक ही स्कूल (लापुंग) में पढ़ाई की थी और संगठन में गहरी साझेदारी रही है। मार्टिन के खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज हैं, और उसकी मौत को सुरक्षा एजेंसियां पीएलएफआई के लिए एक बड़ा झटका मान रही हैं।
सर्च ऑपरेशन अब भी जारी
पुलिस की टीम पूरे इलाके में गहन सर्च ऑपरेशन चला रही है, क्योंकि यह आशंका जताई जा रही है कि कई अन्य उग्रवादी जंगलों में अब भी छिपे हुए हैं। इलाके में अतिरिक्त बलों की तैनाती कर दी गई है।

