मतदाता सूची में महा-सर्वेक्षण, बंगाल में 2002 के बाद पहली बार विशेष गहन पुनरीक्षण

Manju
By Manju
2 Min Read

डिजिटल डेस्क। कोलकाता: पश्चिम बंगाल में 2002 के बाद पहली बार मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण होने जा रहा है। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय ने केंद्रीय चुनाव आयोग को सूचित किया है कि वे इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। केंद्रीय चुनाव आयोग ने बुधवार को सीईओ कार्यालय से इस संबंध में तैयारियों की जानकारी मांगी थी, जिसके जवाब में सभी जिलों से प्राप्त रिपोर्ट भेज दी गई हैं।

एसआइआर के तहतचुनाव अधिकारी घर-घर जाकर मतदाता सूची में शामिल नामों का सत्यापन करेंगे। सीईओ के नेतृत्व में जिला चुनाव अधिकारी (जिलाधिकारी), अतिरिक्त जिलाधिकारी, चुनाव पंजीकरण अधिकारी और बूथ स्तरीय अधिकारी मिलकर यह काम करेंगे। मतदाताओं को एक फार्म भरकर आवश्यक दस्तावेज जमा करने को कहा जाएगा। हालांकि, जिनके नाम 2002 के एसआइआर के बाद प्रकाशित हुई मतदाता सूची में शामिल हैं, उन्हें नए दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता नहीं होगी।

इस बार चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार किसी भी बूथ पर 1,200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे, जिससे बूथों की संख्या 80,680 से बढ़कर 94,000 से अधिक हो गई है। इस बदलाव की जानकारी राज्य के सभी राजनीतिक दलों को दे दी गई है। बिहार में एसआइआर का काम हाल ही में पूरा हुआ है, और अब बंगाल सहित अन्य राज्यों में इसे शुरू किया जाएगा। यह प्रक्रिया मतदाता सूची को और अधिक सटीक और विश्वसनीय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

Share This Article