गया पुल अंडरपास की जर्जर सड़क को दुरुस्त करने के लिए जिला प्रशासन और रेलवे ने मिलकर ‘मिडनाइट ऑपरेशन’ शुरू किया। उपायुक्त आदित्य रंजन के निर्देश पर सोमवार आधी रात को श्रमिक चौक से बैंक मोड़ की ओर जाने वाले हिस्से पर पथ निर्माण विभाग ने जेसीबी मशीन से गिट्टी और मिट्टी की मोटी परत हटाकर समतलीकरण किया। सुबह 5:30 बजे तक चले इस अभियान में 45 मीटर लंबे हिस्से से लगभग 10 इंच मलवा और करीब 150 मिलीमीटर मोटी गिट्टी-मिट्टी की परत साफ की गई।
पथ निर्माण विभाग के अनुसार, पहले जल जमाव की समस्या का समाधान किया जाएगा, फिर रात में सीमेंट कंक्रीट के पेवर ब्लॉक बिछाने का काम होगा। इन ब्लॉक्स की भार वहन क्षमता प्रति वर्ग मिलीमीटर 45.37 न्यूटन है। कार्यपालक अभियंता मिथलेश प्रसाद ने बताया कि 2 से 3 दिन में यह काम पूरा हो सकता है, और यदि ट्रैफिक लोड कम रहा तो दिन में भी कार्य जारी रखा जाएगा।
अंडरपास में सबसे बड़ी समस्या पानी की निकासी की है। बगल में ड्रेन बना है, लेकिन सड़क उससे नीचे होने के कारण बारिश और अन्य क्षेत्रों का पानी अंडरपास में जमा हो जाता है, जिससे सड़क जल्दी खराब हो जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे और जिला प्रशासन ने अतिरिक्त जल निकासी की योजना बनाई है।
सिर्फ मरम्मत ही नहीं, मौजूदा अंडरपास के साथ एक नया दो-लेन अंडरपास बनाने पर भी सहमति बनी है। रेलवे से अंतिम स्वीकृति मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। इससे आने वाले दिनों में गया शहर के लोगों को सुगम, सुरक्षित और तेज़ यातायात की सुविधा मिल सकेगी।