देश आज 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे उत्साह और गर्व के साथ मना रहा है। इस बार का थीम है – “स्वतंत्रता का सम्मान करें, भविष्य को प्रेरित करें”। कश्मीर से कन्याकुमारी और मुंबई-अहमदाबाद से लेकर गुवाहाटी-शिलांग तक लोग आजादी के रंग में रंगे हुए हैं। हर ओर तिरंगा शान से लहरा रहा है और राष्ट्रगान की गूंज माहौल को देशभक्ति से भर रही है।
लाल किले पर भव्य आयोजन
सुबह 7:21 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर पहुंचे। उनके आगमन पर सेना, नौसेना और वायुसेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। पीएम मोदी ने केसरिया पगड़ी पहनकर तिरंगा फहराया, जिसके बाद राष्ट्रगान गाया गया। तिरंगे को सलामी देते समय भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों से पुष्पवर्षा कर माहौल को और रोमांचक बना दिया गया। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
- पीएम मोदी का राष्ट्र को संदेश
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कई अहम मुद्दों पर जोर दिया—
सिंधु जल संधि पर कड़ा रुख – उन्होंने कहा, “अब खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे। हिंदुस्तान के हक का जो पानी है, वह सिर्फ हिंदुस्तान और हमारे किसानों का है।” उन्होंने इसे सात दशकों से किसानों के साथ हुआ अन्याय बताया और साफ किया कि भारत अब इस संधि को मौजूदा स्वरूप में स्वीकार नहीं करेगा।
ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम अटैक का जिक्र – पीएम मोदी ने कहा कि देश के वीर जवानों ने दुश्मनों को “कल्पना से परे सजा” दी है। उन्होंने पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर के परमाणु हमले के बयान का जवाब देते हुए कहा कि भारत न्यूक्लियर ब्लैकमेल से डरने वाला नहीं है।
एक देश, एक संविधान – उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 129वीं जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में एक देश, एक संविधान लागू करना उनकी सच्ची श्रद्धांजलि है।
उन्होंने लाल किले से उपस्थित विशेष अतिथियों और तकनीक के जरिए जुड़े देशवासियों का स्वागत करते हुए इसे “लघु भारत” के दर्शन बताया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा:
“स्वाधीनता दिवस और गणतंत्र दिवस हमें भारतीय होने के गौरव और हमारे संविधान-लोकतंत्र की सर्वोच्चता का स्मरण कराते हैं।”
15 अगस्त की तारीख को उन्होंने हमारी सामूहिक स्मृति में अंकित बताया, जो आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाली पीढ़ियों की बलवती आशा का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद भी वही आशा हमारी प्रगति को ऊर्जा देती रही है।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्था
लाल किले के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। हजारों सुरक्षाकर्मी तैनात रहे और आने वाले मेहमानों की सघन चेकिंग हुई। लोगों की सुविधा के लिए दिल्ली मेट्रो ने सुबह 4 बजे से विशेष सेवाएं शुरू कीं, जिससे समारोह में आने वालों को आसानी हो।
पीएम मोदी का सोशल मीडिया संदेश
पीएम मोदी ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट कर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं:
“आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि यह सुअवसर सभी देशवासियों के जीवन में नया जोश और नई स्फूर्ति लेकर आए, जिससे विकसित भारत के निर्माण को नई गति मिले। जय हिंद!”
आज का यह दिन केवल एक उत्सव नहीं बल्कि देश की एकता, अखंडता और शक्ति का प्रतीक है, जिसमें हर भारतीय ने अपने तरीके से भाग लेकर इसे यादगार बनाया।