साहिबगंज जिले में इन दिनों उत्तर वाहिनी गंगा नदी उफान पर है। पश्चिम बंगाल और बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र गदाई दियाराह में 1100 परिवारों की जिंदगी बाढ़ के पानी में घिरी हुई है।
गंगा की मचलती लहरों के डर से कुल 14 गाँव के 1100 परिवारों का संपर्क शहर-बाजार और प्रखंड मुख्यालय से पूरी तरह टूट गया है। संपर्क टूटने के कारण करीब 3600 आबादी का जनजीवन ईश्वर के भरोसे चल रहा है।
गदाई दियाराह के कुल 14 टोले में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। किसी का छत छिन गया है, तो किसी का परिवार बिखर गया है। कई लोगों की उपजाऊ जमीन और भोजन-पानी भी बाढ़ में डूब गया है। हालात ऐसे हैं कि यदि किसी के पास छत बचा है, तो वह टापू बनकर सहारा बनी हुई है।
गंगा नदी की इस भयावह बर्बादी के मंजर को देखकर गदाई दियाराह पंचायत क्षेत्र में बसे लोगों की धड़कनें तेज हो गई हैं। कई परिवार जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं, तो कई लोग ईश्वर से हाथ जोड़कर अपनी जिंदगी की दुआ मांग रहे हैं।