धनबाद के समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन की अध्यक्षता में पंचायती राज विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
विभिन्न योजनाओं की समीक्षा
बैठक में ग्राम पंचायत विकास योजना, पंचायत सचिवालय सुदृढ़ीकरण योजना, मासिक प्रगति की अद्यतन प्रतिवेदन, पंचायतों में ज्ञान केंद्र की स्थिति, पंचायत सचिवालय की अद्यतन प्रतिवेदन, स्थापना अंतर्गत स्वीकृत, कार्यरत और रिक्त पदों से जुड़े मामलों समेत अन्य विषयों की विस्तृत समीक्षा की गई।
पंचायत भवनों की सुविधाएं हों दुरुस्त
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिले के सभी पंचायत भवनों में बिजली, पानी, शौचालय, पर्याप्त फर्नीचर, परिसर में रौशनी, दुरुस्त दरवाजे-खिड़की, वायरिंग और रंग-रोगन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को कहा कि प्रत्येक पंचायत भवन का नो कॉस्ट-लो कॉस्ट असेसमेंट किया जाए।
आदर्श पंचायत भवन का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि सभी पंचायत भवनों को आइडियल पंचायत भवन बनाने का लक्ष्य तय करें। इसके तहत सुंदर भवन, परिसर में बाउंड्री वॉल, वेटिंग एरिया, साफ-सफाई और सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि आम नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
बायोमैट्रिक उपस्थिति अनिवार्य
उपायुक्त ने चेतावनी दी कि जो भी पंचायत सचिव अपने-अपने पंचायत भवन में बायोमैट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं करेंगे, उनका वेतन रोकते हुए कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
विद्यालय, अस्पताल और आंगनबाड़ी का निरीक्षण
उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने प्रखंड के विद्यालयों, अस्पतालों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं संचालित योजनाओं का नियमित निरीक्षण करें।
बैठक में रही अधिकारियों की मौजूदगी
इस बैठक में उपायुक्त आदित्य रंजन, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मुकेश बाउरी, अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार समेत सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।