नई दिल्ली, 22 अगस्त 2025 – मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है और अगले एक हफ्ते तक देश के कई राज्यों में झमाझम बारिश जारी रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल का हिमालयी हिस्सा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा समेत कई राज्यों में मूसलाधार बारिश हो सकती है।
🌊 पश्चिम भारत: गुजरात और महाराष्ट्र में भारी वर्षा
मौसम विभाग के अनुसार गुजरात, मुंबई और गोवा में भारी से अति भारी बारिश का दौर बना रहेगा।
25 अगस्त से गुजरात में नया दौर शुरू हो सकता है।
निचले इलाकों में जलजमाव और ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ने की आशंका है।
☔ मध्य और पूर्व भारत में लगातार झमाझम
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ : अगले एक सप्ताह तक तेज बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
झारखंड और बिहार : लगातार वर्षा से नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है। मौसम विभाग ने अगले एक हफ्ते तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी है।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और ओडिशा : यहां भी तेज बारिश जारी रहेगी।
ओडिशा के लिए अलर्ट
ऑरेंज अलर्ट : झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और कटक।
येलो अलर्ट : जाजपुर, खुर्दा, पुरी, बरगढ़, संबलपुर, देवगढ़, क्योंझर, मयूरभंज और ढेंकनाल।
🌦️ दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिजाज
गुरुवार को दिल्ली में हल्की बारिश हुई और तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को आंधी-तूफान और गरज के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है।
⚠️ उत्तर प्रदेश में 5 दिन का बारिश अलर्ट
उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय है।
शुक्रवार को 38 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी।
24 और 25 अगस्त को लगभग पूरे प्रदेश में बारिश की संभावना।
26 अगस्त तक लगातार भारी बारिश।
इससे निचले इलाकों में जलभराव और फसलों को नुकसान की आशंका है।
🏔️ पहाड़ी राज्यों में खतरे की घंटी
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख : अगले 7 दिनों तक गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश।
उत्तराखंड : 22 से 25 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी, भूस्खलन और नदी-नालों में उफान का खतरा।
हिमाचल प्रदेश : 23 से 26 अगस्त तक तेज बारिश का अलर्ट, जिससे पहाड़ी मार्ग बाधित हो सकते हैं।
🌍 पूर्वोत्तर राज्यों में भी अलर्ट
असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। इससे पहाड़ी और मैदानी इलाकों में जलजमाव और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।