Bihar: पीएम मोदी ने औंटा-सिमरिया पुल का किया उद्घाटन, उत्तर और दक्षिण बिहार की बढ़ेगी कनेक्टिविटी

Neelam
By Neelam
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना-बेगूसराय को जोड़ने वाले औंटा-सिमरिया 6 लेन केबल ब्रिज का उद्घाटन कर दिया है। गयाजी के बाद वह पटना जिले की सीमा पर औंटा के पास आए और फिर इस ब्रिज तक गाड़ी से आने के बाद पैदल चलकर पुल के ऊपर से ही नीचे की तरफ स्वागत में खड़े लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।

एनएच-31 पर बने 8.15 किलोमीटर लंबे और 6 लेन वाला औंटा-सिमरिया पुल 1,870 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया गया है। इससे पटना के मोकामा और बेगूसराय के बीच सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। नया पुल पुराने और जर्जर दो-लेन रेल-सह-सड़क पुल ‘राजेंद्र सेतु’ के समानांतर बनाया गया है।

भारी वाहनों की यात्रा दूरी 100 किमी तक घटेगी

पुराने राजेंद्र पुल की खराब स्थिति के कारण भारी वाहनों को लंबा चक्कर लगाना पड़ता था। इस नए पुल के शुरू होने से उत्तर बिहार (बेगूसराय, सुपौल, मधुबनी, पूर्णिया, अररिया) और दक्षिण बिहार (शेखपुरा, नवादा, लखीसराय) के बीच चलने वाले भारी वाहनों की यात्रा दूरी 100 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। इससे उन क्षेत्रों में लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या भी कम होगी, जो इन डायवर्जन की वजह से उत्पन्न होती थी।

किन-किन जिलों को होगा फायदा?

उत्तर बिहार के जिले पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, अररिया और गोपालगंज को इस पुल से सीधे लाभ मिलेगा. वहीं, दक्षिण बिहार के प्रमुख जिलों में औरंगाबाद, गया, नवादा, जहानाबाद, पटना, नालंदा, रोहतास, जमुई, बांका और भागलपुर के लोगों को भी इस पुल से पटना आना-जाना आसान हो जाएगा। लोगों को जाम से राहत मिलेगी।

पूरे बिहार को लिए अहम है ये पुल

नया पुल न केवल भारी वाहनों के आवागमन को आसान बनाएगा बल्कि पूर्वोत्तर राज्यों को जोड़ने के लिहाज से महत्‍वपूर्ण होने वाला है। जिसका लाभ न केवल बेगूसराय समेत आस पास के क्षेत्र को होगा बल्कि ये पूरे बिहार और देश के लिए भी अहम होने वाला है। इस पुल के शुरू होने से जहां उद्योग और व्यापार को लाभ मिलेगा वहीं, पूर्वोत्‍तर हिस्‍सा भी मजबूत होगा। 

तेज होगी कनेक्टिविटी

अब तक मोकामा-सिमरिया में सिर्फ एक 2 लेन का रेल-सह-सड़क पुल राजेंद्र सेतु ही था। जिसका उद्घाटन 1959 में श्रीकृष्ण सिंह के शासन काल के दौरान किया था। समय के साथ इस पुल पर यातायात का काफी दबाव था। लिहाजा तेज कनेक्टिविटी के लिए एक बड़ी परियोजना की जरूरत लंबे समय से महसूस हो रही थी। अब 8 किलोमीटर का 6 लेन वाला नया पुल बन कर तैयार है।

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