लगातार हो रही बारिश के कारण बिहार में गंगा समेत कई नदियां उफान पर है। गयाजी में फल्गु नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यही नहीं, फल्गु नदी में अधिक पानी आने के कारण से एक बार फिर फल्गु नदी की शाखा छोटी-छोटी नदियां महतमाईन,लोकाइन, कररुआ नदी उफान पर आ गई है। इस कारण गया और जहानाबाद में हालात बिगड़ गए हैं। गया तथा जहानाबाद जिलों के कई गांवों में पानी भर गया है। बोधगया के बसाढ़ी, सिलौंजा, बत्सापुर और जहानाबाद जिले के चुनुकपुर, मननपुर, भारथू और परियामा सहित दर्जनों निचले इलाकों के गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। जहानाबाद-बिहारशरीफ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-33) पर जलभराव हो गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।

गया, जहानाबाद और नालंदा जिले को हाई अलर्ट
झारखंड में लगातार हो रही बारिश के बाद अधिक पानी आने के बाद फल्गु नदी का जलस्तर में काफी बढ़ोतरी हो गई है। इस कारण गया, जहानाबाद और नालंदा जिले को भी हाई अलर्ट कर दिया गया है। इन जिलों में तबाही की स्थिति मंडराने लगी है तो इसका असर पटना जिले के दक्षिणी इलाकों में भी देखा जा रहा है। नालंदा जिले के एकंगरसराय और जहानाबाद मुख्य सड़क पर जहानाबाद जिले में पड़ने वाले मिल्कीपुर गांव के पास फल्गु नदी का 4 फीट पानी बह रहा है, इस कारण वाहनों का आवाजाही भी बंद हो चुका है और नालंदा-जहानाबाद का सीधा संपर्क टूट गया है।
नालंदा में 12 गांव बाढ़ की चपेट में
इसके अलावा ओंकारी गांव के पास एकंगरसराय-मसौढ़ी सड़क के ऊपर भी बाढ़ का पानी बह रहा है। जहां-जहां तटबंध टूटे हैं, उससे कई गांव के खेतों में पानी आ जाने से फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। नालंदा जिले के एकंगरसराय और हिलसा के करीब 12 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुका हैं और खेतों के साथ-साथ कई घरों में पानी घुस गए हैं। माना जा रहा है इससे करीब 10000 आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है।
फल्गु में 1.26 लाख क्यूसेक पानी
फल्गु नदी में दूसरी बार रिकॉर्ड तोड़ पानी आया है। इससे पहले 16 जुलाई को रिकॉर्ड तोड़ पाना पानी आया था और नदी का जलस्तर 1.15 लाख क्युसेक हो गया था और सात स्थानों पर तटबंध क्षतिग्रस्त हुए थे। एक महीने के बाद ही एक बार फिर शनिवार को रिकॉर्ड तोड़ते हुए 1.26 लाख क्यूसेक पानी आ गया है। फल्गु नदी के तेजी से जलस्तर बढ़ने के कारण जल संसाधन विभाग के लिए यह भी परेशानी हो गई है कि बराज का डिजाइन अधिकतम 1.59 लाख जलजमाव के लिए डिजाइन किया गया है।