दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों से ठीक पहले मोदी सरकार ने आम जनता को बड़ी राहत दी है। बुधवार को दिल्ली में हुई जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि अब देश में जीएसटी का ढांचा पूरी तरह बदल दिया गया है। काउंसिल ने टैक्स स्लैब को सरल बनाते हुए सिर्फ दो मुख्य स्लैब 5% और 18% रखने का फैसला किया है। वहीं 12% और 28% वाले स्लैब को समाप्त कर दिया गया है।
इसके अलावा, विलासिता और हानिकारक वस्तुओं (Luxury & Sin Goods) जैसे तंबाकू, महंगी कारें और कोल्ड ड्रिंक्स पर अब 40% टैक्स लगाया जाएगा। नए नियम 22 सितंबर 2025 यानी नवरात्रि के पहले दिन से लागू होंगे।
✅ क्या-क्या हुआ सस्ता?
सरकार ने आम आदमी के दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले कई उत्पादों पर टैक्स घटाया है।
- जीएसटी शून्य कर दिया गया (0% स्लैब):
दूध, ब्रेड, पनीर, छेना
सभी भारतीय रोटियां (चाहे रोटी हो या पराठा)
33 जीवन रक्षक दवाइयां
- 18% या 12% से घटाकर 5%:
खाद्य पदार्थ: नमकीन, भुजिया, सॉस, पास्ता, इंस्टेंट नूडल्स, चॉकलेट, कॉफी
संरक्षित मांस, कॉर्नफ्लेक्स, मक्खन और घी
घरेलू उपयोग की वस्तुएं: हेयर ऑयल, टॉयलेट सोप, शैंपू, टूथपेस्ट, टूथब्रश, टेबलवेयर, किचनवेयर, साइकिल
- 28% से घटाकर 18%:
एयर कंडीशनर, टीवी, डिशवॉशिंग मशीनें
छोटी कारें और मोटरसाइकिलें
इस बदलाव से त्योहारों की खरीदारी में आम उपभोक्ता को बड़ी राहत मिलेगी।
🚨 इन वस्तुओं पर लगेगा 40% टैक्स
🛍️ सुपर लग्ज़री और हानिकारक वस्तुएं
🚬 तंबाकू और संबंधित उत्पाद
पान मसाला
सिगरेट, गुटखा
चबाने वाला तंबाकू
जर्दा
बीड़ी
स्मोकिंग पाइप, हुक्का एसेसरी
🥤 शक्कर और पेय पदार्थ
एडेड शुगर, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स
एनर्जी/कैफीन ड्रिंक्स
फ्लेवर्ड/एरेटेड नॉन-अल्कोहलिक बेवरेजेस
फास्ट फूड
🚗 महंगे वाहन और ऐशो-आराम की वस्तुएं
लग्ज़री कारें और बड़ी हाइब्रिड कारें
350cc से ऊपर की मोटरसाइकिलें
यॉट्स और प्राइवेट एयरक्राफ्ट
एयरक्राफ्ट (पर्सनल यूज़ वाले)
रिवॉल्वर और पिस्टल
🏥 बीमा क्षेत्र को लेकर ऐतिहासिक फैसला
56वीं बैठक में सबसे बड़ा ऐलान हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस को लेकर हुआ।
अब स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर कोई जीएसटी नहीं लगेगा।
अभी तक इन पर 18% टैक्स लिया जाता था।
इस फैसले से बीमा प्रीमियम लगभग 15% तक सस्ता हो जाएगा।
👉 पहले लोगों को बीमा की वास्तविक कीमत के साथ-साथ उस पर 18% टैक्स भी देना पड़ता था। अब यह बोझ खत्म हो जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि हालांकि बीमा कंपनियों को इस फैसले से 3-6% तक का नुकसान हो सकता है, लेकिन लंबे समय में इससे बीमा कवरेज बढ़ेगा और अधिक लोग बीमा लेने के लिए प्रेरित होंगे।
📉 सरकार को कितना होगा नुकसान?
हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर टैक्स हटाने से सरकार को हर साल 1.2 से 1.4 अरब डॉलर तक राजस्व का नुकसान हो सकता है।
लेकिन सरकार का मानना है कि बीमा को आम जनता तक सुलभ बनाकर इसका दायरा बढ़ेगा और अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालीन सकारात्मक असर पड़ेगा।
लग्जरी और हानिकारक वस्तुओं पर 40% टैक्स लगाकर राजस्व नुकसान की भरपाई की कोशिश की जाएगी।
📢 वित्त मंत्री का बयान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा:
“जीएसटी में सुधार आम आदमी को ध्यान में रखकर किए गए हैं।”
“हमने दैनिक जीवन की वस्तुओं पर लगने वाले हर टैक्स की गहन समीक्षा की है और अधिकतर मामलों में भारी कटौती की है।”
“श्रम प्रधान उद्योगों, किसानों, कृषि और स्वास्थ्य क्षेत्र को इस बदलाव से सीधा लाभ होगा।”
“यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और सभी राज्यों के सहयोग से संभव हुआ।”
🎊 त्योहारों में क्यों खास है ये तोहफ़ा?
त्योहारों पर लोग बड़ी संख्या में खरीदारी करते हैं। ऐसे में खाद्य पदार्थ, घरेलू सामान और इलेक्ट्रॉनिक्स पर टैक्स कम होने से सीधे-सीधे आम जनता की जेब पर बोझ घटेगा। वहीं हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस सस्ता होने से मध्यम वर्ग और बुजुर्गों को बड़ी राहत मिलेगी।