डिजिटल डेस्क/कोलकाता : सीबीआई ने नोटबंदी के दौरान हुए 11.79 करोड़ रुपये के घोटाले में 8 साल से फरार चल रहे मुख्य आरोपी बिरंची नारायण दास को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने आधुनिक तकनीक और गहन फील्डवर्क का इस्तेमाल करते हुए इस भगोड़े को पकड़ा।
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि बिरंची नारायण दास ने फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल करके विमुद्रीकरण के दौरान धोखाधड़ी से पैसों का लेन-देन किया था, जिससे सरकार को 11.79 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।
यह मामला 1 जनवरी 2017 को दर्ज किया गया था। जांच में पता चला कि दास ने फर्जी पहचान का उपयोग कर इस अपराध को अंजाम दिया। दिसंबर 2019 में सीबीआई ने उसके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया, लेकिन वह लगातार गिरफ्तारी से बच रहा था। वह अपना पता और पहचान बदलकर छिप रहा था।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि 10 सितंबर को उन्नत तकनीकी उपकरणों और पेशेवर फील्डवर्क की मदद से आखिरकार कोलकाता में उसकी लोकेशन का पता चला और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

