Bihar: प्यार करने वालों को ढिंढोरा पीटने की जरूरत नहीं…आई लव मोहम्मद ट्रेंड पर बोले अविमुक्तेश्वरानंद

Neelam
By Neelam
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‘आई लव मुहम्मद’ Vs ‘आई लव महाकाल’ विवाद की बिहार में एंट्री हो चुकी है। हिंदुत्व एवं सनातन विचारधारा के साथ बिहार विधानसभा चुनाव में प्रदेश के सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा करने वाले स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बिहार में ‘आई लव मोहम्मद’ के चल रहे ट्रेंड पर प्रतिक्रिया दी है। जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शुक्रवार को गौ रक्षा संकल्प यात्रा के क्रम में डेहरी पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि प्यार करने वालों को ढिंढोरा पीटने की जरूरत नहीं होती। हमने सच्चा प्यार करने वालों को ऐसा करते कभी नहीं देखा।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का शायराना अंदाज

आई लव मोहम्मद विवाद पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शायराना अंदाज में कहा, प्यार निगाहों से होता है, जुबान से नहीं। उन्होंने कहा, कौन कहता है कि मोहब्बत की जुबान होती है, ये हकीकत तो निगाहों से बयां होती है। उन्होंने आगे कहा, इश्क मुश्क, खांसी, खुशी, बैर, प्रीति, मदपान – दाबे से यह ना दबे जानत सकल जहान। स्वामी जी ने स्पष्ट किया कि यह ट्रेंड केवल दिखावा है और वास्तविक प्रेम ढिंढोरा पीटने का मोहताज नहीं होता।

क्या है ‘आई लव मुहम्मद’ विवाद

यह विवाद 4 सितंबर को कानपुर के रावतपुर में बारावफात (ईद-ए-मिलाद-उन-नबी) के जुलूस के दौरान शुरू हुआ। एक समूह ने जुलूस के रास्ते में ‘आई लव मुहम्मद’ का बैनर लगा दिया। इस पर स्थानीय हिंदू संगठनों ने आपत्ति जताई, जिन्होंने दावा किया कि बारावफात समारोहों के लिए पारंपरिक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली जगह पर एक “नई परंपरा” शुरू की जा रही है। 9 सितंबर को, कानपुर पुलिस ने बारावफ़ात के जुलूस के दौरान एक नई परंपरा शुरू करने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में 24 लोगों (9 नामजद, 15 अज्ञात) के खिलाफ मामला दर्ज किया। मामले में पारंपरिक तंबू हटाकर नए स्थान पर बैनर लगाने का आरोप लगाया गया है।

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