1 अक्टूबर से लोन लेने वालों को राहत, RBI ने किए बड़े बदलाव

KK Sagar
2 Min Read

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आम लोगों और कारोबारियों को राहत देने के लिए लोन से जुड़े कई अहम बदलावों की घोषणा की है। इनमें से तीन नियम 1 अक्टूबर से लागू हो जाएंगे, जबकि चार नियमों पर अभी विचार चल रहा है।

EMI होगी कम

अब अगर आपने फ्लोटिंग रेट पर लोन लिया है, तो बैंक आपकी EMI को तीन साल के लॉक-इन पीरियड से पहले भी घटा सकते हैं। इससे उधारकर्ताओं को सीधा फायदा मिलेगा। वहीं, फिक्स्ड रेट पर लोन लेने वाले भी चाहें तो फ्लोटिंग रेट पर स्विच कर सकेंगे। यह अनिवार्य नहीं होगा, लेकिन बैंक चाहें तो यह सुविधा दे सकते हैं।

गोल्ड लोन अब आसान

RBI ने गोल्ड लोन से जुड़े नियमों को भी सरल बनाया है। अब सिर्फ जौहरी ही नहीं, बल्कि छोटे कारोबारी, कारीगर और अन्य लोग जो सोने को कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल करते हैं, वे भी गोल्ड लोन ले सकेंगे। इसके अलावा, गोल्ड मेटल लोन (GML) की रीपेमेंट अवधि 180 दिन से बढ़ाकर 270 दिन करने का प्रस्ताव है। साथ ही गैर-निर्माण ज्वेलरी विक्रेता भी GML का इस्तेमाल आउटसोर्सिंग के लिए कर पाएंगे।

बैंकों को फंड जुटाने में राहत

RBI ने बैंकों को ऑफशोर मार्केट के जरिए विदेशी मुद्रा या रुपये में बॉन्ड जारी कर फंड जुटाने की अनुमति दी है। इससे बैंकों की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी और वे अधिक लोन दे पाएंगे। भारत में काम कर रही विदेशी बैंक शाखाओं के लिए भी बड़े लोन और इंटर-ग्रुप ट्रांजेक्शन पर नए नियम लागू होंगे, जिससे जोखिम कम होगा।

क्रेडिट रिपोर्टिंग में सुधार

अब बैंक और वित्तीय संस्थान हर हफ्ते क्रेडिट ब्यूरो को डेटा भेजेंगे। पहले यह प्रक्रिया पाक्षिक (दो हफ्ते में एक बार) होती थी। इससे ग्राहकों की क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियां कम होंगी और समय रहते उन्हें सुधारा जा सकेगा। रिपोर्ट में अब CKYC नंबर भी जोड़ा जाएगा, जिससे पहचान प्रक्रिया और आसान होगी।

इन बदलावों से आम लोगों, MSME और ज्वेलरी सेक्टर को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।

TAGGED:
Share This Article
उत्कृष्ट, निष्पक्ष, पारदर्शिता और ईमानदारी - पत्रकारिता की पहचान है k k sagar....✍️....