बिहार चुनावी सरगर्मी के बीच भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक यह सुरक्षा केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद दी गई है। बताया जाता है कि पवन सिंह की सुरक्षा को लेकर मिली रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला किया गया है। पवन सिंह अपनी फिल्मों और गानों के अलावा राजनीतिक वजह से सुर्खियों में हैं।

इस आधार पर पवन सिंह को मिली Y कैटेगरी सिक्योरिटी
आईबी की थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बढ़ाई है। सितंबर महीने में बाबा खान के गुंडों ने पवन सिंह को खुलेआम धमकी दी थी। इस धमकी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें बाबा खान के गुंडे कहते नज़र आया था कि दम है तो बाबा खान के सामने आकर कुछ बोलकर दिखाओ। वीडियो सामने आने के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो ने खतरे की गंभीरता का आकलन किया और गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेजी। इसी रिपोर्ट के आधार पर पवन सिंह को Y कैटेगरी सिक्योरिटी दी गई है।
क्या है Y कैटेगरी की सुरक्षा
Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा का मतलब है कि पवन सिंह के साथ अब 24 घंटे हथियारों से लैस कमांडो तैनात रहेंगे। इस सुरक्षा घेरे में कुल 11 से 12 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं, जिनमें केंद्रीय बलों के कमांडो, निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) और अन्य सुरक्षाकर्मी होते हैं। ये सुरक्षाकर्मी हर वक्त पवन सिंह के आसपास मौजूद रहेंगे, चाहे वह घर पर हों, किसी कार्यक्रम में, या यात्रा के दौरान। इस सुरक्षा व्यवस्था का उद्देश्य पवन सिंह को किसी भी संभावित खतरे से बचाना है।
भाजपा में शामिल होने के बाद बढ़ी सुरक्षा
बता दें कि पवन सिंह ने हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लौट आए हैं। पिछले हफ्ते दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और उपेंद्र कुशवाहा ने उन्हें भाजपा में दोबारा शामिल कराया। उनकी वापसी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हुई है। माना जा रहा है कि भाजपा उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव में आरा या काराकाट सीट से मैदान में उतार सकती है। ऐसे में उनकी सुरक्षा बढ़ाना अहम माना जा रहा है।