मिस्र के रिसॉर्ट शहर शर्म अल-शेख में ऐतिहासिक गाजा पीस डील पर हस्ताक्षर किए गए, जिससे हमास और इजराइल के बीच दो साल से जारी जंग का आखिरकार अंत हो गया। इस समझौते पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी, कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए।
हालांकि, इस शांति सम्मेलन में न तो इजराइल और न ही हमास ने हिस्सा लिया। दोनों पक्षों ने समिट में शामिल होने से इनकार कर दिया था, लेकिन उनके बीच युद्धविराम लागू करने पर सहमति बन चुकी है।
✳️ ट्रंप बोले – “एक नया और खूबसूरत दिन शुरू हो रहा है”
समझौते पर हस्ताक्षर के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा,
“यह गाजा के लिए एक नया और खूबसूरत दिन है। अब पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। क्षेत्रीय नेताओं ने शांति बहाली में अहम भूमिका निभाई है।”
उन्होंने इजराइली संसद को संबोधित करते हुए कहा,
“लंबा और दर्दनाक डरावना सपना अब आखिरकार खत्म हो गया है।”
ट्रंप ने इस डील को “गाजा के भविष्य की नींव रखने वाला दस्तावेज़” बताया और मजाकिया लहजे में कहा,
“इस मुकाम तक पहुंचने में 3,000 साल लगे, यकीन कर सकते हैं?”
✳️ युद्धविराम समझौते के प्रमुख बिंदु
- युद्धविराम लागू:
शुक्रवार से दोनों पक्षों ने सैन्य कार्रवाई रोक दी है। सभी हवाई और तोपखाना हमले बंद हो गए हैं।
फिलिस्तीनी अब बड़ी संख्या में गाजा सिटी लौट रहे हैं। - सेना की वापसी:
इजराइल ने पहले चरण में गाजा के 53% हिस्से से सेना हटाई है।
अगले चरणों में क्रमशः 40% और फिर शेष 15% हिस्से से भी सेना की वापसी होगी। - बंधक और कैदी रिहाई:
हमास ने 20 जीवित इजराइली बंदियों को रिहा किया है।
वहीं 28 मृतकों के शवों की वापसी की प्रक्रिया जारी है।
इजराइल ने 250 फिलिस्तीनी कैदियों और 1,700 हिरासत में लिए लोगों को रिहा करना शुरू किया है। - मानवीय सहायता:
गाजा में अब रोजाना 600 ट्रकों से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
पानी, बिजली, अस्पताल, सड़कों और बेकरी की बहाली पर जोर दिया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने पुष्टि की है कि राहत कार्य शुरू हो चुके हैं। - अंतरराष्ट्रीय भूमिका:
राफा बॉर्डर से मिस्र के जरिए सहायता पहुंचाई जा रही है।
अमेरिका ने 200 सैनिक इजराइल भेजने की घोषणा की है जो युद्धविराम की निगरानी और राहत संचालन में मदद करेंगे।
कोई भी अमेरिकी सैनिक गाजा में तैनात नहीं होगा।

