बिहार में विधानसभा चुनाव के प्रचार की शुरूआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर से की। नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर हाई स्कूल मैदान में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। नीतीश कुमार ने अपने संबोधन के आखिरी में बीजेपी प्रत्याशी रमा निषाद को पास बुलाया। रमा निषाद जैसी ही उनके पास पहुंचीं, नीतीश कुमार ने एक माला ली उनके गले में डाल दी। जिसके बाद बिहार में नया सियासी बवाल खड़ा हो गया है।

दरअसल, पुरुष को सम्मान में माला पहनाने और महिलाओं को सम्मानित करने के लिए माला हाथ में सौंपने की परंपरा रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा के दौरान भाजपा प्रत्याशी रमा निषाद को मंच पर बुलाकर गले में माला पहनाई, जो महिलाओं को सम्मानित करने की परंपरा के विपरीत रही है।
संजय झा के समझाने से भी नहीं माने नीतीश
रमा निषाद जैसी ही उनके पास पहुंचीं, नीतीश कुमार ने एक माला ली और कैंडिडेट रमा निषाद को पहनाने के लिए हाथ आगे बढ़ा दिया। रमा निषाद के पीछे खड़े सांसद संजय झा ने रमा निषाद के गले में माला डालने से पहले माला को पकड़ लिया। फिर नीतीश कुमार ने हाथ पीछे कर लिया। रमा निषाद के हाथों में उन्होंने माला पकड़ा दिया, फिर नीतीश कुमार रमा निषाद के हाथों से माला लेकर उनके गले में डाल दिया।
संजय झा पर जताई नाराजगी
इस दौरान संजय झा के रोके जाने से सीएम नीतीश नाराज दिखे, उन्होंने कहा कि ई गजब आदमी है भाई, हाथ काहे पकड़ते हो। यह कार्यक्रम जदयू के सोशल मीडिया हैंडल पर ऑनलाइन था। वीडियो झटके से वायरल हो गया।
तेजस्वी यादव ने साधा निशाना
राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी इस वीडियो को लेकर नीतीश पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा “मुख्यमंत्री जी अगर स्वस्थ हैं तो लिखा हुआ भाषण पढ़ ऐसी हरकतें क्यों कर रहे हैं?”

