🌸 गुरु वाणी से गुंजा बड़ा गुरुद्वारा मैदान
सिख धर्म के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर बुधवार को बड़ा गुरुद्वारा मैदान में भव्य धार्मिक समागम का आयोजन किया गया।
गुरु नानक देव जी की वाणी —
“पउणु गुरू पाणी पिता माता धरति महतु” —
की पंक्तियाँ पूरे पंडाल में गूंजती रहीं, और श्रद्धालुओं ने गुरु के संदेश को आत्मसात करते हुए प्रेम, सेवा और सद्भाव की राह पर चलने का संकल्प लिया।
🙏 श्रद्धालुओं की भारी भीड़, भक्ति में लीन रही संगत
गुरु पर्व के इस पावन अवसर पर हजारों की संख्या में सिख श्रद्धालु एवं साध संगत ने भाग लिया।
संगत ने मधुर शब्द-कीर्तन का आनंद लिया और लंगर सेवा में भाग लेकर गुरु नानक देव जी की “सेवा और समानता” की भावना को साकार किया।
पूरा वातावरण भक्ति, प्रेम और एकता की भावना से ओतप्रोत रहा।
🎶 विशेष रागी जत्था और प्रचारक ने किया प्रवचन
समारोह में प्रसिद्ध रागी भाई अवविंदर सिंह जी और प्रचारक प्रो० अमरजीत सिंह जी को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था।
उन्होंने गुरु नानक देव जी के जीवन और उपदेशों पर भावपूर्ण प्रवचन देते हुए संगत को “नाम जपो, किरत करो, वंड छको” का संदेश दिया।
मुख्य दीवान सुबह 10:30 बजे से दोपहर 3 बजे तक सजा, जिसमें श्रद्धालुओं ने बड़ी श्रद्धा और अनुशासन के साथ भाग लिया।
🏛️ गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी एवं गणमान्य रहे उपस्थित
भव्य आयोजन में बड़ा गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के पदाधिकारी और कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मुख्य रूप से उपस्थित रहे —
संचालक सरदार राजिंदर सिंह चहल
प्रधान गुरचरण सिंह माझा
सचिव सरदार मंजीत सिंह पाथरडीह
सरदार दिलजोन सिंह ग्रेवाल
संयुक्त सचिव सरदार शहबाज सिंह
सरदार मंजीत सिंह सलूजा
सरदार अजीतपाल सिंह चीमा
साथ ही अन्य सदस्य एवं शहर के कई प्रतिष्ठित नागरिकों ने भी श्रद्धा के साथ गुरु पर्व में सहभागिता की।
🕊️ भक्ति, एकता और सेवा भावना का संदेश
पूरा कार्यक्रम गुरु नानक देव जी की इस शिक्षा का सजीव उदाहरण बना —
“न कोई हिंदू, न मुसलमान, सब मानव एक समान।”
गुरु पर्व के इस अवसर पर एकता, प्रेम और सेवा की भावना ने सभी को जोड़ दिया।
बड़ा गुरुद्वारा मैदान में सजी यह श्रद्धा और भक्ति की महफिल मानवता, करुणा और सत्य के प्रकाश से आलोकित रही।

