डिजिटल डेस्क/ जमशेदपुर : शहर के मानगो क्षेत्र में आवारा सांड का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। लगातार दूसरे दिन एक बेकाबू सांड ने हमला कर 61 वर्षीय महिला सोमा सरकार की जान ले ली। गुरुवार सुबह सुभाष कॉलोनी में सांड ने अचानक उन पर हमला कर दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना से इलाके में दहशत और आक्रोश फैल गया है।
बुधवार को यही सांड कई इलाकों में उत्पात मचाते हुए कम से कम डेढ़ दर्जन लोगों को घायल कर चुका था। घायलों में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं। हमले की शिकायतों के बाद टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क की टीम देर शाम मौके पर पहुंची। टीम ने सांड को ट्रैंक्विलाइजर देकर बेहोश कर दिया, लेकिन अंधेरा होने के कारण उसे सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट नहीं किया जा सका। सांड रातभर बेहोश अवस्था में सड़क पर पड़ा रहा।
सुबह होते ही सांड ने फिर हमला शुरू कर दिया, जिसकी पहली शिकार सोमा सरकार बनीं। वे घर के बाहर थीं, तभी सांड ने सींग मारकर उन्हें पटक दिया। गंभीर चोटों से उनकी मौत हो गई। स्थानीय निवासियों ने बताया कि सांड पिछले कई दिनों से इलाके में घूम रहा था और बार-बार हमले कर रहा था।
घटना के बाद लोग सड़कों पर उतर आए और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने सांड को तुरंत पकड़ने और आवारा पशुओं की समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की। मानगो थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क के अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार सुबह फिर टीम भेजी गई है और सांड को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा। नगर निगम के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जांच का आश्वासन दिया।
यह घटना शहर में आवारा पशुओं की बढ़ती समस्या को उजागर करती है। पिछले कुछ महीनों में सांडों के हमलों से कई लोग घायल हो चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि शहर में गोशालाओं की कमी और पशु नियंत्रण की उचित व्यवस्था न होने से ऐसी घटनाएं हो रही हैं। प्रशासन से मांग की जा रही है कि तत्काल कदम उठाए जाएं ताकि आगे कोई हादसा न हो।

