बिहार विधानसभा के लिए होने वाले दूसरे चरण के मतदान से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना के राजद कार्यालय से प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान तेजस्वी यादव ने इलेक्शन कमीशन आंकड़े छिपाने का गंभीर आरोप लगाया। तेजस्वी ने सवाल उठाया कि पहले चरण के मतदान के चार दिन बीत जाने के बाद भी आयोग यह नहीं बता पाया है कि कितनी महिलाओं और पुरुषों ने वोट डाले।

तेजस्वी यादव ने कहा, पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को हुआ और आज 10 नवंबर 4 दिन बाद भी आकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए हैं कि कितने पुरुष और कितनी महिलाओं ने मतदान किया। कोई भी आधिकारिक आंकड़ा नहीं आया है। पहले भी मैन्युअली उसी दिन आंकड़ा सामने आता था और तकनीक का जमाना है फिर भी आंकड़ा छिपाया जा रहा है।
चुनाव आयोग के साथ बीजेपी को भी लपेटा
तेजस्वी ने हमला तेज करते हुए चुनाव आयोग के साथ बीजेपी को भी लपेटे में लिया। उन्होंने कहा, 11 नवंबर को दूसरा चरण है और 14 नवंबर को नतीजे आएंगे, लेकिन तब तक वोटिंग अनुपात तक पता नहीं चलेगा। ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है। भाजपा पाप करती है इलेक्शन कमीशन पर्दा ड़ालती है।
बीजेपी शासित राज्यों से पुलिस कंपनियां भेजने पर सवाल
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग से पूछा कि चुनाव में भाजपा शासित प्रदेशों से ही सुरक्षा बल क्यों बुलाई गई। 208 कंपनियां भाजपा शासित राज्य की लगाई गई हैं। 68% पुलिस ऑबजर्वर बीजेपी शासित राज्यों से हैं। तेजस्वी ने सवाल पूछा कि बंगाल तमिलनाडु झारखंड की पुलिस क्यों नहीं मंगवाई गई। मेघालय और त्रिपुरा से आ रहा है, लेकिन बगल के राज्य से नहीं आ रहा है केरला से क्यों नहीं आ रहा है। 243 विधानसभा में 68 प्रतिशत ऑब्जर्वर बाहर से आए हैं।
पीएम मोदी पर भी साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री बताएं कि अगले पांच साल में बिहार के लिए उनकी क्या योजना है। उनकी कथनी और करनी में फर्क साफ दिखता है। वो कट्टा-बंदूक की बात करते हैं, लेकिन मंच पर मनोरमा देवी जैसे दागदार उम्मीदवारों के साथ नजर आते हैं। पीएम ने आपराधिक छवि के लोगों के साथ मंच साझा किया। सृजन घोटाले के मुख्य आरोपी विपिन शर्मा से एयरपोर्ट पर मिले और पीठ थपथपाई। प्रधानमंत्री ने अनंत सिंह, हुलास पांडेय जैसे बाहुबलियों के लिए भी प्रचार किया।
समस्तीपुर में पर्चियां मिलने का भी जिक्र
आरजेडी नेता ने समस्तीपुर में पर्चियां मिलने को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, समस्तीपुर में पर्चियां फेंकी मिली थीं। लोग डरे हुए हैं। घबराए हुए हैं। गृहमंत्री को कोई काम नहीं पटना में डेरा बनाए हुए हैं। कई बड़े-बड़े अधिकारियों को बुलाया गया है, निर्देश दिए गए हैं। कहां गड़बड़ी करनी है। चुनाव से पहले किन-किन लोगों को उठाना है। ये बताया जा रहा है। ये बौखलाहट बता रही है कि ये लोग जाने वाले हैं। हम लोगों की पैनी नजर है। ये सूचना हमें उन्हीं अधिकारियों से मिली है, जिन्हें ये निर्देश दिए गए हैं।

