जमशेदपुर : भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0 के कैंपेन के तहत व जुगसलाई नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के निर्देश पर “कम्पोस्टिंग सह पेंटिग” सेमिनार का आयोजन वार्ड नम्बर 8 में किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को अपशिष्ट प्रबंधन के बारे में जागरूक करना तथा उन्हें “सोर्स सिग्रेगेशन” को अपनाने के लिए प्रेरित करना था। बतौर कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि जुगसलाई में प्रतिदिन 9 टन गीला कचरा निकलता है जिसका कम्पोस्टिंग के माध्यम से निस्तारीकरण करना सबसे सस्टेनेबल तरीका है। लोग कम्पोस्टिंग करने को जागरूक हो रहे ये बहुत सराहनीय कदम है। कम्पोस्टिंग गीला कचरा निस्तारीकरण का एक अच्छा उपाय है। कम्पोस्टिंग से गीला कचरा का वॉल्यूम भी कम हो जाता है। “होम कम्पोस्टिंग” के तहत घर से निकलने वाले गीले कचरे को आसानी से निस्तारित किया जा सकता है। साथ ही बच्चों ने अपशिष्ट प्रबंधन पर ड्राइंग बना कर “सोर्स सिग्रेगेशन अपनाने का संदेश दिया । अमूमन लोग मटर के छिलके या सब्जियों के छिलके बचे हुए खाने को सड़कों के किनारे रख देते है, नालियों में फेंक देते जिससे गंदगी फैलती है व शहर को छवि धूमिल होती है, इसे ही देखते हुए सेमिनार का आयोजन करने का आइडिया आया। बच्चों को कम जगह में खास कर अपार्टमेंट में किस तरह गीले कचरे से खाद का निर्माण करके किचेन गार्डेन या वर्टिकल गार्डन बना सकते है इसके बारे में बच्चों को जानकारी दी गई। मौके पर नगर प्रबन्धक, स्वच्छता विशेषज्ञ , सफाई पर्यवेक्षक नवीन कुमार, एवम ब्रांड एंबेसेडर आशा शर्मा, चंद्रलता जैन आदि मौजूद रहे।

भाग लेने वाले प्रतिभागी
- इशिका शर्मा
- कुसुम कुमारी साहू
- आयुष अग्रवाल
- स्नेहा अग्रवाल
- मयंक अग्रवाल
- लक्ष्य वर्मा
- वैभव कुमार साहू
- यश अग्रवाल
ब्रांड एंबेसडर आशा शर्मा जो घर में गीले कचरे से खाद बनाती है ने कचरे से खाद बनाने के लिए बहुत आसान सी विधि बताया।
- कचरे को बाल्टी या होमकंपोस्टर यूनिट में रखे।
- पुराने अखबार को कचरे के उपर अच्छे से बिछा दे।
- पुनः कचरे को डाले और अखबार बिछाए।
- बाल्टी भरने के बाद उसे छायादार जगह पर 25 दिनों का छोड़ दे।
- आपका कंपोस्ट तैयार है।