🔹 एनआईए की छापेमारी से बड़ा खुलासा
दिल्ली कार ब्लास्ट की जांच में अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को हरियाणा के फरीदाबाद और नूंह तक सुराग मिले हैं। 11 नवंबर को एनआईए ने फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी में छापेमारी की। जांच में सामने आया कि जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन फंड जुटाने और कट्टरपंथ फैलाने के लिए यूनिवर्सिटी कैंपस का इस्तेमाल कर रहे थे।
🔹 ट्रस्ट और यूनिवर्सिटी का प्रमुख एक ही व्यक्ति
अल-फलाह यूनिवर्सिटी और अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट—दोनों के प्रमुख जव्वाद अहमद सिद्दीकी हैं। सिद्दीकी हरियाणा के नूंह में एक बड़े कारोबारी नेटवर्क के मालिक हैं और इन पर पहले भी वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लग चुके हैं।
🔹 आतंकी मॉड्यूल से यूनिवर्सिटी का लिंक
दिल्ली ब्लास्ट में शामिल आतंकी डॉ. उमर नबी और फरीदाबाद मॉड्यूल का सरगना डॉ. मुजम्मिल, दोनों का संबंध अल-फलाह यूनिवर्सिटी से रहा है। यह खुलासा ट्रस्ट और सिद्दीकी की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाता है।
🔹 नूंह से दुबई तक फैला नेटवर्क
कागज़ों में सामाजिक सेवा के नाम पर चलने वाला यह ट्रस्ट नई दिल्ली के जामिया नगर में पंजीकृत है और फलाह वाटर एड, फूड एड जैसी योजनाएं चलाता है। लेकिन जांच में शिक्षा की आड़ में एक बड़ा कारोबारी और वित्तीय नेटवर्क सामने आया, जिसके तार दुबई (यूएई) तक जुड़े हैं।
🔹 जव्वाद सिद्दीकी पर पुराने आरोप
साल 2000 में ‘मिली गज़ट’ की एक रिपोर्ट में जव्वाद सिद्दीकी का नाम अल-फलाह इन्वेस्टमेंट्स से जुड़े एक कथित वित्तीय घोटाले में सामने आया था। हालांकि इस मामले के परिणाम की पुष्टि किसी आधिकारिक स्रोत से अब तक नहीं हो सकी है।
🔹 कई कंपनियों से जुड़ी भूमिका
सिद्दीकी न सिर्फ ट्रस्ट और यूनिवर्सिटी चलाते हैं, बल्कि अल-फलाह इन्वेस्टमेंट्स, अल-फलाह एक्सपोर्ट्स, अल-फलाह सॉफ्टवेयर, अल-फलाह एनर्जीज लिमिटेड जैसी आठ से अधिक कंपनियों से भी जुड़े हैं।
🔹 ट्रस्ट के अन्य प्रमुख सदस्य
ट्रस्ट की एक अन्य ट्रस्टी उस्मा अख्तर हैं, जो पहले अल-फलाह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग की गवर्निंग बॉडी में थीं और फिलहाल यूएई में वस्त्र और इंटीरियर कारोबार से जुड़ी हैं। वह अल-फलाह एजुकेशन सर्विस LLP और एमजेएच डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक भी हैं।
इसके अलावा आलिया सिद्दीकी और सुफियान अहमद सिद्दीकी भी ट्रस्ट या उससे जुड़ी कंपनियों में सक्रिय हैं।
🔹 अन्य ‘अल-फलाह’ संगठनों से कोई संबंध नहीं
स्पष्ट किया गया है कि देश और विदेश में “अल-फलाह” नाम से चल रही अन्य संस्थाओं — जैसे अल-फलाह यूके, अल-फलाह चेन्नई, रायचूर और जम्मू के ट्रस्ट — का नूंह के इस ट्रस्ट से कोई संबंध नहीं है।
🔹 जांच एजेंसियां सतर्क
एनआईए और हरियाणा पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की आर्थिक गतिविधियों, फंडिंग सोर्स और आतंकी कनेक्शन की गहराई से जांच कर रही हैं। शुरुआती जांच में सामने आए दस्तावेज़ इस बात की ओर इशारा करते हैं कि यह नेटवर्क सामाजिक सेवा की आड़ में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय रहा है।

