डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: दीपावली के त्योहार पर हुए सिदगोड़ा के दीपक विहार हत्याकांड को लेकर जमशेदपुर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात के मुख्य साज़िशकर्ता प्रेम यादव समेत तीन आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए ख़तरनाक हथियार, एक देशी सिक्सर, एक पिस्टल, दो मैगज़ीन और सात ज़िंदा कारतूस भी बरामद कर लिए हैं। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को बुधवार को कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
डीएसपी की स्पेशल टीम ने दिया ऑपरेशन को अंजाम
डीएसपी हेडक्वार्टर-1, भोला प्रसाद सिंह ने बताया कि पुलिस को अपनी गुप्त सूचना के ज़रिए पता चला कि हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी बाबूडीह कब्रिस्तान के आस-पास कहीं छिपे हुए हैं। सूचना मिलते ही, डीएसपी ने तुरंत एक विशेष टीम का गठन किया और उस जगह पर छापेमारी की। पुलिस की इस स्पेशल टीम ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी प्रेम यादव और उसके दो साथी रोशन यादव और अंगद मुखी को घेराबंदी कर दबोच लिया।
20 अक्टूबर 2025 की वो ख़ौफ़नाक रात
यह हत्या की वारदात 20 अक्टूबर 2025 की रात कानूभट्टा, भुइयांडीह इलाके में हुई थी। अपराधियों ने दीपक विहार को निशाना बनाकर गोली मारी थी, जिससे वह बुरी तरह ज़ख़्मी हो गया। गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहाँ इलाज के दौरान दीपक की मौत हो गई। इस वारदात के बाद सिदगोड़ा थाने में हत्या का केस दर्ज किया गया था।
मुख्य शूटर का खुलासा: पुलिस ने सबसे पहले मुख्य शूटर अशोक यादव को गिरफ़्तार किया था। रिमांड पर पूछताछ में अशोक ने चौंकाने वाला ख़ुलासा किया कि वारदात के वक्त प्रेम यादव भी उसके साथ था और उसके पास देशी सिक्सर था।
गोली किसने मारी? अशोक ने बताया कि घटनास्थल पर प्रेम यादव ने हवाई फायरिंग की थी, और उसके बाद अशोक ने दीपक के सीने में गोली मारकर उसकी जान ले ली।
डंपिंग यार्ड से निकला मौत का सामान
प्रेम यादव की गिरफ़्तारी के बाद, पुलिस ने उसकी निशानदेही पर भुइयांडीह लाल भट्टा निवासी रोशन यादव को पकड़ा। रोशन ने बताया कि उसने हथियार अंगद मुखी को छिपाने के लिए दे दिए थे।

