पश्चिम सिंहभूम में 22 लाख की अवैध शराब फैक्ट्री ध्वस्त, 2 गिरफ्तार

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में उत्पाद विभाग ने अवैध शराब के धंधे पर सबसे बड़ी चोट की है। झींकपानी थाना क्षेत्र के चडाबासा गांव में एक गुप्त सूचना के आधार पर विभाग ने अल सुबह छापामारी कर एक विशाल अवैध मिनी शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है।

इस कार्रवाई में मौके से लगभग 20 से 22 लाख रुपये की अवैध शराब और उसे बनाने की सामग्री जब्त की गई है। हालांकि छापामारी के वक्त फैक्ट्री में कोई मौजूद नहीं था, लेकिन विभाग ने दो मुख्य आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए सघन अभियान चला रही है।

क्या-क्या हुआ बरामद?
उत्पाद आयुक्त अरविंद कुमार ने बताया कि गुरुवार तड़के 4 बजे उत्पाद विभाग की टीम ने एक पुराने मकान में छिपी इस मिनी फैक्ट्री को खोज निकाला। वहां से भारी मात्रा में खतरनाक और जानलेवा सामग्री मिली।

101 पेटी तैयार अवैध शराब (बाजार में बेचने के लिए तैयार)

500 लीटर अवैध शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाला स्प्रिट

हजारों की संख्या में खाली बोतलें, नकली रैपर और ढक्कन

जब्त की गई ये सामग्री संकेत देती है कि यह फैक्ट्री बड़े पैमाने पर नकली शराब का उत्पादन कर रही थी, जो बाजार में खपाया जाने वाला था।

लोगों को ‘ज़हर’ पिलाने की थी तैयारी
उत्पाद आयुक्त ने इस अवैध धंधे को ‘लोगों को जहर पिलाने की तैयारी’ बताया। उन्होंने कहा कि कम कीमत के लालच में आकर लोग ऐसी अवैध और जहरीली शराब का सेवन कर लेते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकता है।

दो मुख्य आरोपी निशाने पर
विभाग ने इस अवैध फैक्ट्री के मालिक के रूप में मनोज साहनी और हरीश बेहरा नामक दो व्यक्तियों की पहचान की है। दोनों को गिरफ्तार करने के लिए टीम लगातार छापामारी कर रही है।

उत्पाद आयुक्त ने स्पष्ट किया कि चाईबासा जिले में अवैध शराब का संचालन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर उन्हें कहीं भी अवैध शराब बनाने, खरीदने या बेचने की जानकारी मिलती है, तो वे तत्काल उत्पाद विभाग को सूचित करें, ताकि सख्त कार्रवाई की जा सके।

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