डिजिटल डेस्क/ जमशेदपुर : झारखंड के खरसावां थाना क्षेत्र के चैतनपुर गांव में खेत में पानी पटवन के मामूली विवाद ने एक जघन्य दोहरे हत्याकांड का रूप ले लिया। गांव के तीन आरोपियों-लोथो सरदार, गोंदो सरदार, और बुंदिया सरदार – ने मिलकर ठाकुरा सरदार (39) और उनकी पत्नी चांदमुनी मुंडा (41) की बेरहमी से हत्या कर दी।
साक्ष्य छिपाने के लिए हत्यारों ने दोनों शवों को पास के जंगल में करीब 3-4 फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया था। पति-पत्नी 3 नवंबर से लापता थे। बेंगलुरु से लौटे उनके बेटे भीम सरदार ने 12 नवंबर को तीनों नामजद आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया।
खरसावां पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की, जिसके बाद पूरे मामले का सनसनीखेज खुलासा हुआ। आरोपियों की निशानदेही पर, मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में, पुलिस ने 9 दिन बाद क्षत-विक्षत हो चुके दोनों शवों को कब्र से खोदकर निकाला। शवों की स्थिति खराब होने के कारण उन्हें पोस्टमार्टम और विसरा जांच के लिए एमजीएम अस्पताल, जमशेदपुर भेजा गया है। पुलिस ने तीनों गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

