डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। घाटशिला स्थित बघुरिया संकुल संगठन को डॉ. एमसीआर एचआरडीआई, हैदराबाद में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में सर्वश्रेष्ठ मॉडल CLF श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।एसएचजी फेडरेशन व एफपीओ पर राष्ट्रीय सम्मेलन का सफल आयोजन
यह राष्ट्रीय सम्मेलन 20 से 21 नवंबर 2025 को एसएचजी फेडरेशन व एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) के महत्वपूर्ण विषयों पर आयोजित किया गया था। इस प्रतिष्ठित अवसर पर बघुरिया संकुल संगठन को भारत के पूर्वी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए यह सम्मान प्राप्त हुआ।
मुख्य अतिथि से ग्रहण किया सम्मान
पूर्वी सिंहभूम के डीपीएम सुजीत बारी और बघुरिया सीएलएफ की महिला सदस्यों ने संयुक्त रूप से यह गौरवशाली पुरस्कार ग्रहण किया। उन्हें यह सम्मान मुख्य अतिथि शांति कुमारी, आईएएस (सेवानिवृत्त), जो वीसी व डीजी, एमसीआरएचआरडीयू हैं, के कर कमलों से मिला। पुरस्कार के रूप में घाटशिला (बघुरिया संकुल संगठन) को 20,000 की नकद राशि प्रदान की गई।
17 राज्यों ने लिया भाग, झारखंड दूसरे स्थान पर
इस राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में देश के 17 राज्यों ने भाग लिया था, जिनमें से कुल 13 एसएचजी फेडरेशनों को राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए चयनित किया गया। भारत के पूर्वी क्षेत्र में, झारखंड का बघुरिया सीएलएफ द्वितीय स्थान पर रहा, जो पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है।
सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का नया माध्यम
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य यह रेखांकित करना था कि एसएचजी फेडरेशन अब केवल वित्तीय सेवाओं तक सीमित नहीं हैं। वे सामाजिक व आर्थिक परिवर्तन के मजबूत माध्यम के रूप में उभर रहे हैं। फेडरेशन कमजोर वर्गों को जोड़ने और स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता जैसी महत्वपूर्ण जागरूकता को बढ़ाने में अंतिम छोर तक पहुंचने वाले विश्वसनीय मंच के रूप में कार्य कर रहे हैं।
साथ ही वे उद्यम प्रोत्साहन, मूल्य श्रृंखला विकास और उत्पादों के सामूहिक संकलन के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को टिकाऊ आजीविका और बाज़ार से सीधे जुड़ाव की दिशा में सशक्त बना रहे हैं। सम्मेलन में सुजीत बारी ने गरीबी से आर्थिक स्वतंत्रता तक पहुंचाने में उद्यम प्रोत्साहन व मूल्य श्रृंखला विकास में फेडरेशनों की भूमिका पर अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए।

