डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : रेलवे ने टाटानगर स्टेशन के व्यापक रीडेवलपमेंट और विस्तार के लिए कमर कस ली है। इस बहुप्रतीक्षित योजना में स्टेशन पर कई नए निर्माण कार्य शामिल हैं, जिससे यहां की यात्री सुविधाओं में अभूतपूर्व सुधार आएगा।
प्रमुख विकास कार्य और योजनाएं
नया कोच डिपो: टाटानगर स्टेशन पर एक नया कोच डिपो बनाया जाएगा, जिससे यहां ट्रेनों के रख-रखाव और परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी।
सस्पेंशन ब्रिज (बर्मामाइंस): टाटानगर स्टेशन तक पहुंचने के लिए बनामाइन (साकची मार्ग) में एक सस्पेंशन ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। यह कदम स्टेशन तक पहुंचने के रास्ते को सुगम और आधुनिक बनाएगा।
यार्डों का विस्तार: टाटानगर के मुख्य रेलवे यार्ड सहित, आदित्यपुर, गम्हरिया, बुढ़ा राजापुर, कांद्रा और कूनकी के रेलवे यार्डों का भी विस्तार किया जाएगा, जिससे मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों के संचालन में सुविधा होगी।
रीडेवलपमेंट के लिए होगी बड़ी कार्रवाई
रीडेवलपमेंट की प्रक्रिया शुरू करने से पहले रेलवे को जमीन खाली करानी होगी। इसके लिए टाटानगर स्टेशन के आसपास खासमहल और धोलाडीह रोड में 300 से अधिक मकानों और छोटे-बड़े ढांचों को तोड़ा जाएगा, जो रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए हैं। चिह्नित जगहों पर अवैध रूप से मकान बनाकर रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द नोटिस देकर जमीन खाली करने और हटने के निर्देश दिए गए हैं।
अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाएं
टाटानगर क्षेत्र में लगभग 550 मीटर (आधा किमी) जमीन पर 10 मेगावाट से अधिक क्षमता वाला एक सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना है। इससे रेलवे जोन को चक्रधरपुर समय मंडल में 339 मेगावाट ऊर्जा उत्पन्न करने के लक्ष्य को साधने में मदद मिलेगी। रेलवे ने वर्ष 2030 तक 3000 मीट्रिक टन ढुलाई का लक्ष्य रखा है। इसी दिशा में यह विस्तार कार्य हो रहा है, जिससे न केवल रेलवे के राजस्व में वृद्धि होगी, बल्कि सड़क मार्ग पर होने वाली भारी ढुलाई का दबाव भी कम होगा। यह रीडेवलपमेंट टाटानगर को आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक विश्व-स्तरीय स्टेशन बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

