संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है और इसके बेहद हंगामेदार रहने के संकेत मिल रहे हैं। यह सत्र बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत के कुछ दिनों बाद हो रहा है, ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही पूरी रणनीति के साथ मैदान में उतरने को तैयार हैं।
🔹 सरकार सुधारों के एजेंडे पर करेगी आगे बढ़ने का प्रयास
शीत सत्र के दौरान सरकार कुल 10 विधेयक पेश करने जा रही है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है निजी कंपनियों के लिए असैन्य परमाणु क्षेत्र को खोलने का प्रावधान वाला विधेयक।
परमाणु ऊर्जा विधेयक–2025 भारत में परमाणु ऊर्जा के उपयोग और विनियमन को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लाया जा रहा है। इसे अगले कुछ वर्षों में ऊर्जा क्षेत्र में बड़े बदलाव की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
🔹 विपक्ष एसआईआर के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाएगा
विपक्ष 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एसआईआर के मुद्दे को प्रमुखता से उठाने की तैयारी में है। विपक्ष की रणनीति स्पष्ट है — सत्र में सरकार को घेरने के लिए हर अवसर का इस्तेमाल।
🔹 सदन की सुचारू कार्यवाही के लिए सरकार ने की पहल
संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने रविवार को संसद में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक बुलाई। उद्देश्य — सत्र के दौरान सदन में बेहतर समन्वय सुनिश्चित करना।
सत्र में कुल 15 बैठकें आयोजित होने का प्रस्ताव है।
🔹 पीएम मोदी का संबोधन
सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 10 बजे मीडिया को संबोधित करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, वे सरकार की प्राथमिकताओं पर बात करेंगे और सभी सांसदों से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए सहयोग की अपील करेंगे।
📌 कुल मिलाकर, शीतकालीन सत्र सुधारों बनाम विरोध के बीच गर्म होने वाला है।
सरकार महत्वपूर्ण विधेयकों को आगे ले जाना चाहती है, तो विपक्ष विवादित मुद्दों पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में है।

