मिरर मीडिया : स्वामी विवेकानंद जी की जयंती (युवा दिवस) के मौके पर आरएसपी कॉलेज झरिया और सिंदरी कॉलेज सिंदरी में संगोष्ठी एवं माल्यार्पण कार्यक्रम में प्राचार्य की उपस्थिति का विरोध जताते हुए उनपर कार्रवाई कर उन्हें बर्खास्त करने को लेकर आज मार्क्सवादी छात्र फेडरेशन द्वारा विश्वविद्यालय में एक लिखित ज्ञापन सौंपा गया।
वहीं मार्क्सवादी छात्र फेडरेशन द्वारा इस ज्ञापन पर कड़ा ऐतराज़ जताते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद धनबाद ने भी विरोध प्रकट किया है। जिसके अनुसार मार्क्सवादी छात्र फेडरेशन के सदस्यों को यह बताया गया है कि यह स्वामी विवेकानंद जी का देश है कार्ल मार्क्स का नहीं, विद्यार्थी परिषद स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शो पर चलती है और उनके विचारों के साथ कॉलेज कैंपस में काम करती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मार्क्सवादी विदेशी विचारधारा से ग्रसित नही है और इस विषय को राजनीतिकरण करने की जरूरत नही है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा बताया गया है कि स्वामी जी पूरे विश्व में अपनी विचारधारा की लालिमा को प्रकट किया तो हम अपने ही देश में रहकर उनकी जयंती नहीं मना सकते हैं क्या?
बता दें कि प्राचार्य वहां विशेष रूप से आमंत्रित करने पर आए थे इसका मतलब यह नहीं कि अभाविप ने उन्हें कुर्सी पर बैठाया है ABVP आपकी सोच पर कटाक्ष करते हुए यह बताना चाहता है कि यदि ऐसा हो पाता तो अन्य छात्र संगठन का नामो निशान मिट जाता। अंततः यह आगाह किया जाता है कि यदि प्राचार्य पर कार्यवाही होगी तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी और सड़कों पर उतरने का काम करेगी।